TMC vs BJP on NCRB Report: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की ओर से देशभर के राज्‍यों के ल‍िए सोमवार (4 द‍िसंबर) को र‍िपोर्ट जारी की गई. इसमें पश्‍च‍िम बंगाल के कोलकाता शहर को लगातार तीसरे साल भारत का सबसे सुरक्ष‍ित शहर बताया गया है. इन आंकड़ों के सामने आने के बाद अब तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है. 


एनसीआरबी की र‍िपोर्ट में देश के 18 महानगरों में से कोलकाता मेट्रोपोल‍िट‍िन स‍िटी में प‍िछले साल सबसे कम संज्ञेय अपराध दर्ज होने के चलते सबसे टॉप पर रखा है. यह अपराध संख्‍या प्रत‍ि लाख जनसंख्‍या के आधार पर दर्शायी गई. पश्‍च‍िम बंगाल की सबसे बड़ी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने इसको ममता बनर्जी सरकार की बड़ी उपलब्‍ध‍ि बताते हुए सोशल मीड‍िया प्‍लेटफॉर्म ''एक्‍स'' पर पोस्‍ट शेयर की है.  


महुआ मोहत्रा ने बंगाल सरकार की कानून व्‍यवस्‍था पर जताई खुशी  
 
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने एनसीआरबी डेटा पर खुशी जाह‍िर करते हुए कहा कि इन आंकड़ों ने बंगाल सरकार की कानून व्यवस्था को अच्‍छे से संभालने पर मुहर लगा दी है और बीजेपी के प्रचारित झूठ को उजागर कर दिया है. इन आंकड़ों का हवाला देते हुए महुआ ने बीजेपी और उनकी ट्रोल आर्मी पर भी खूब तंज कसा. 


 






एनसीआरबी आंकड़ों के मुताब‍िक, कोलकाता में प्रति लाख लोगों पर संज्ञेय अपराध के 86.5 मामले दर्ज किए गए. इस आंकड़े ने कोलकाता को पुणे (महाराष्ट्र) और हैदराबाद (तेलंगाना) से आगे रखा है. 


'सबसे सेफ' शहर बनाने में लोगों का भी बड़ा योगदान- सैयद वकार रज़ा
 
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त आईपीएस सैयद वकार रज़ा का कहना है क‍ि कोलकाता पुलिस हमेशा शहर को लोगों के ल‍िए सुरक्षित बनाने का प्रयास करती है चाहे वह अपराध की घटनाओं के मामले में हो या यातायात दुर्घटनाओं के मामले में. उन्‍होंने हजारों पुलिसकर्मी और महिलाओं के अलावा शहर को सुरक्षित बनाने का श्रेय कोलकाता के लोगों को भी जाता है जिनके साथ हमारा बहुत मजबूत संबंध है. उन्होंने हमेशा मदद के लिए हाथ बढ़ाया है और देश का 'सबसे सेफ' शहर बनाने में योगदान दिया है. 


व‍िपक्ष ने टीएमसी सरकार पर लगाया आंकड़े दबाने का आरोप  


हालांकि, बंगाल बीजेपी ने डेटा की वैधता पर सवाल खड़े करते हुए दावा किया कि राज्य में मामले पर्याप्त रूप से दर्ज नहीं किए गए. राज्य में विपक्षी दल ने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल सरकार अक्सर या तो डेटा दबाती है या गलत आंकड़े प्रदान करती है. 


'टीएमसी ने एनसीआरबी को नहीं द‍िए सही आंकड़े' 


बीजेपी के राज्य प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, "एनसीआरबी रिपोर्ट संबंधित राज्य सरकारों के इनपुट के आधार पर तैयार करती है. टीएमसी सरकार शायद ही कभी सटीक आंकड़े और सही डेटा प्रदान करती है. साल 2021 के विधानसभा चुनावों और इस साल के पंचायत चुनावों के बाद राज्य भर में हिंसा देखी है.  


'दोहरे मानदंड' पर बीजेपी व‍िधायक ने की टीएमसी की आलोचना 


बीजेपी व‍िधायक अग्निमित्रा पॉल ने तृणमूल कांग्रेस के "दोहरे मानदंड" की कड़ी आलोचना की. उन्‍होंने कहा क‍ि शहर में हर रोज हत्‍याओं के बारे में सुनते हैं फ‍िर यह सबसे सुरक्ष‍ित शहर क‍िस ल‍िहाज से बन रहा है? ममता सरकार पर हमला करते हुए उन्‍होंने यह भी आरोप लगाए क‍ि अगर आप डेटा नहीं भेजेंगे तो खुद को कैसे सबसे सुरक्षित होने का दावा करेंगे?  


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