Maharashtra Politics: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार के बाद अब उनके भतीजे अजित पवार ने भी नाखुश होने वाली खबरों को खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि उनके पास राज्य (महाराष्ट्र) की जिम्मेदारियां हैं क्योंकि वह यहां विपक्ष के नेता हैं.


उन्होंने कहा कि वह राज्य की राजनीति में एक्टिव हैं. इससे पहले दिल्ली में एक कार्यक्रम के बाद शरद पवार ने भी ऐसी अटकलों को खारिज किया कि सुले की नियुक्ति से उनके भतीजे अजित पवार नाखुश हैं. पवार ने संवाददाताओं से कहा, "यह सुझाव अजित पवार ने ही दिया था तो उनके खुश या नाखुश होने का सवाल ही कहां है."


अजित पवार ने सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को बधाई भी दी


सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष नामित किए जाने के तुरंत बाद अजित पवार ने शनिवार (10 जून) को एक ट्वीट कर उन्हें बधाई भी दी. उन्होंने विश्वास जताया कि वे अपनी जिम्मेदारियों को सफलतापूर्वक पूरा करेंगे.


इसके अलावा सुले और पटेल को जिम्मेदारियां देने के तुरंत बाद ही पार्टी प्रमुख शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साफ कर दिया था कि अजित पवार के पास पहले से ही महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में जिम्मेदारी है. 


क्या बोले शरद पवार?


शरद पवार ने कहा कि दो कार्यकारी अध्यक्ष राज्यों की देखरेख करते हैं, उनका ध्यान 2024 के लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए गैर-बीजेपी दलों को एकजुट करने पर होगा. उन्होंने यह भी पुष्टि की कि वह 23 जून को पटना में विपक्ष की बैठक में भाग लेंगे जहां राहुल गांधी, ममता बनर्जी, एमके स्टालिन, उद्धव ठाकरे और अन्य विपक्षी नेताओं के भी शामिल होने की उम्मीद है.


क्या है पूरा मामला?


दरअसल, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने पार्टी के 24वें स्थापना दिवस पर शनिवार (10 जून) को दिल्ली से दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की थी. उन्होंने कहा था सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल अब पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में काम करेंगे. यह पहली बार है जब एनसीपी के पास 'कार्यकारी अध्यक्ष' का पद होगा.


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