Kapil Mishra In NCERT Changes Syllabus: नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) ने कक्षा 12 की हिस्ट्री से मुगल एम्परर चैप्टर को हटा दिया है. एनसीईआरटी के फैसले की घोषणा के बाद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने इस कदम की सराहना की. उन्होंने कहा कि यह पहल  'सच्चाई' दिखाएगी. 


मिश्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'चोरों' को मुगल शासकों के रूप में संदर्भित किया जा रहा है. रिवाइज्ड टेक्स्ट बुक पर एक वीडियो को रीट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा कि एनसीईआरटी से मुगलों के झूठे इतिहास को हटाना एक महान निर्णय है. मिश्रा ने कहा कि चोरों, जेबकतरों और दो कौड़ी के राहगीरों को मुगल सल्तनत और भारत का बादशाह कहा जाता था.अकबर, बाबर, शाहजहां, औरंगजेब इतिहास की किताबों में नहीं, कूड़ेदान में हैं.





 


'झूठे दावों' को जा रहा है सुधारा


मिश्रा ने मंगलवार को ट्वीट में कहा कि मुगल साम्राज्य के 'झूठे दावों' को सुधारा जा रहा है. उन्होंने कहा, ''इतिहास से मुगलों का झूठ इतिहास से हटाया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि अब अगले चरण में उनका सच बताया जाएगा. कपिल मिश्रा ने बताया कि मुगलों की लूट, व्यभिचार, अत्याचार, कायरता, मंदिरों और मूर्तियों से घृणा, उनकी सगी बेटियों और बहनों से उनका रिश्ता, उनके नशे और हरम में पढ़ते बच्चे, उनकी कला, साहित्य और संगीत से नफरत भी सिखाई जानी चाहिए. अतिरिक्त मुख्य सचिव (बेसिक और माध्यमिक शिक्षा) दीपक कुमार के हवाले से पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक एडिटेड टेस्टबुक करंट एकेडमिक ईयर उत्तर प्रदेश में राज्य बोर्ड और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के स्कूली सिलेबस का हिस्सा होंगी.






एनसीईआरटी ने 12वीं के साथ दसवीं और ग्यारहवीं से भी कुछ चैप्टर हटाए हैं. एनसीईआरटी ने 11वीं की टेक्स्ट बुक 'थीम्स इन वर्ल्ड हिस्ट्री' से 'सेंट्रल इस्लामिक लैंड्स' जैसे अध्याय हटा दिए गए हैं. साथ ही 10वीं की टेक्स्ट बुक 'लोकतांत्रिक राजनीति-II' से 'लोकतंत्र और विविधता', 'लोकप्रिय संघर्ष और आंदोलन', 'लोकतंत्र की चुनौतियां' पर अध्याय हटा दिए गए हैं. 


यह भी पढ़ें- Hooghly Violence: हुगली बवाल को लेकर विरोध की तैयारी में थी BJP, कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में पुलिस ने हटाया मंच