Bengaluru Metro: कपड़े देख किसान को बेंगलुरु मेट्रो में चढ़ने से रोकने के मामले का राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने स्वंत: सज्ञान लिया है. मानवाधिकार आयोग ने कर्नाटक सरकार में चीफ सेक्रेटरीऔर बेंगलुरू मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. 


हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि मेट्रो रेल में चढ़ने की कोशिश कर रहा किसान पुराने कपड़े पहने हुए था और उसके सिर पर एक थैला रखा हुआ था. टिकट खरीदने के बाद भी किसान को ट्रेन में चढ़ने की इजाजत नहीं मिलने पर एक यात्री कार्तिक सी ऐरानी ने अधिकारियों से सवाल किया था.


उन्होंने इसको लेकर सिक्योरिटी सुपरवाइजर से जमकर बहस की थी. ये वीडियो सामने आने के बाद सिक्योरिटी सुपरवाइजर को बर्खास्त कर दिया गया था. 






वीडियो को लेकर यात्री ने क्या कहा?
यात्री ने राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन पर 18 फरवरी की घटना का वीडियो सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया था.  उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा, “अविश्वसनीय...क्या मेट्रो सिर्फ वीआईपी लोगों के लिए है? क्या मेट्रो की सेवा का इस्तेमाल करने के लिए कोई ड्रेस कोड है?''






उन्होंने आगे कहा, ''मैं कार्तिक सी. ऐरानी की कार्रवाई की सरहाना करता हूं, जिन्होंने राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन पर एक किसान के अधिकार के लिए आवाज उठाई। हमें ऐसे और नायकों की हर जगह जरुरत है.'' मामले सामने आने के बाद सिक्योरिटी सुपरवाइजर को बर्खास्त कर दिया गया था.'' 


बेंगलुरु मेट्रो ने क्या कहा?
बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) ने कहा था, '' मेट्रो एक समावेशी सार्वजनिक परिवहन है. राजाजीनगर की इस घटना की जांच की गई और सुरक्षा पर्यवेक्षक की सेवाएं समाप्त कर दी गईं. बीएमआरसीएल को यात्री को हुई असुविधा के लिए खेद है.''


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