नई दिल्ली: अब तक के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले का शिकार बनी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने बोर्ड की हर वार्षिक बैठक (एजीएम) और असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में नेशनल एंथम (राष्ट्रगान) बजाने का फैसला लिया है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पिछले एजीएम की बैठक में राष्ट्रगान गाने संबंधी प्रस्ताव एक शेयरधारक ने रखा था, जिसे पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक सुनील मेहता ने मंजूरी दी. मेहता ने 18 सितंबर को बैठक में बताया कि अब बैंक के हर एजीएम और ईजीएम में राष्ट्रगान बजाया जाएगा.


सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया और भारतीय रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक, एजीएम और ईजीएम में राष्ट्रगान गाना अनिवार्य नहीं है. प्राइम डाटाबेस के फाउंडर चेयरमैन पृथ्वी हल्दिया ने बैंक के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा, ''यह आम नहीं है लेकिन कई कंपनियां महत्वपूर्ण कार्यक्रम से पहले राष्ट्रगान का आयोजन करती है. कॉरपोरेट सेक्टर में राष्ट्रगान बजाने से क्यों किसी को दिक्कत होगी?''


वहीं इन गवर्न रिसर्च सर्विस के फाउंडर और एमडी श्रीराम सुब्रमण्यम ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि भारत में कोई कंपनी अपनी एजीएम और ईजीएम में राष्ट्रगान बजाती होगी. शेयरधारकों पर राष्ट्रगान थोपना अजीब है.


आपको बता दें कि इसी साल जनवरी में देश के बड़े सरकारी बैंकों में शामिल पीएनबी में बड़े पैमाने पर घोटाला उजागर हुआ था. घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में कहा था कि मेहुल चोकसी ने 7,080.86 करोड़ रुपये ठगे जो इस देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला है. नीरव मोदी ने कथित तौर पर 6,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. यानि बैंक को करीब 13,000 करोड़ का चूना लगा. इस घोटाले में बैंक के कई बड़े अधिकारियों का भी नाम है.


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नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने 2011-17 के दौरान अवैध रूप से लेटर्स ऑफ अंटरटेकिंग (एलओयू) और फॉरेन लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एफएलसी) जारी करके बैंक से धोखाधड़ी की. पीएनबी को जनवरी और मार्च के क्वार्टर में करीब 13,416 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. वहीं जुलाई से लेकर सितंबर तक करीब 4532 करोड़ का नुकसान हुआ है.