Kisan Mahapanchayat Live Updates: abp न्यूज़ से बोले राकेश टिकैत- जो सरकार हमारे खिलाफ काम करेगी हम उसके खिलाफ काम करेंगे

Kisan Mahapanchayat News: भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता के अनुसार, यूपी, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे विभिन्न राज्यों में फैले 300 किसान संगठनों के किसान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हैं.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 05 Sep 2021 04:36 PM
पांच लाख किसानों के जुटने का दावा

मुज़फ्फरनगर के महापंचात में किसानों का हुजूम नज़र आया. इसमें देशभर से किसान शामिल हुए. किसानों का दावा है कि महापंचायत में 5 लाख किसान शामिल हुए. भीड़ को देखते हुए प्रशासन से सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए थे.  

"मोदी, शाह और योगी बाहरी हैं"

किसानों के मंच से राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि मोदी, शाह और योगी बाहरी हैं. इन्हें यूपी से खदेड़ना होगा.

"लाल किले पर धोखे से लेकर गए"

मुज़फ्फरनगर में किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा, "ये कहते हैं कि लाल किले पर किसान गया. लाल किले पर नहीं, किसान अगर जाता तो संसद जाता जहां कानून बने हैं. लाल किले पर धोखे से लेकर गए हैं आप हमको. हमारे लोग नहीं गए, धोखे से लेकर आप लोग गए हैं."

संजीव बालियान ने एसकेएम पर कही ये बात

केंद्रीय मंत्री और मुज़फ्फरनगर के सांसद संजीव बालियान ने संयुक्त किसान मोर्चा के राजनीति में आने पर उनका स्वागत करने की बात कही है. उन्होंने कहा, "अगर वे (संयुक्त किसान मोर्चा) राजनीति में आना चाहते हैं तो फिर उनका स्वागत है."

टिकैत ने केंद्र सरकार की तुलना तालिबान से की

बातचीत के दौरान राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार की तुलना तालिबान से की. उन्होंने केंद्र सरकार को तालिबान सरकार कहा. उन्होंने कहा कि पर्दे के पीछे सरकारी तालिबान है. साथ ही उन्होंने कहा कि देश की संस्थाओं पर बीजेपी का कब्ज़ा है.

केंद्र पर टिकैत का निशाना

राकेश टिकैत ने कहा कि जो सरकार हमारे खिलाफ काम करेगी हम उसके खिलाफ काम करेंगे. राजनैतिक पार्टियों के बैनर पोस्टर लगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यहां वो स्टेज पर नहीं आए. जबकि ये (बीजेपी) विपक्ष में थे तो मंच पर आकर बैठते थे और कहते थे ये सरकार बहुत खराब है. आप इनके हटवाओ हम सारे काम करेंगे. हमने सरकार हटवा दी और ये घर जाकर बैठ गए. 

"देश को बचाना है"

किसान महापंचायत में पहुंचे राकेश टिकैत से एबीपी न्यूज़ ने एक्सक्लूसिव बातचीत की. जब उनसे सवाल पूछा गया कि आखिर वो हासिल क्या करना चाहते हैं? इस पर उन्होंन कहा, "देश को बचाना है." बनारस जाने के सवाल पर टिकेत ने कहा कि बनारस भी जाएंगे. 

राकेश टिकैत का संकल्प

राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत में कहा कि हम संकल्प लेते हैं कि हम धरना स्थल को वहां (दिल्ली सीमा पर) नहीं छोड़ेंगे, भले ही वहां हमारी कब्रे क्यों न बन जाएं. उन्होंने कहा, "जरूरत पड़ने पर हम अपनी जान भी दे देंगे, लेकिन जब तक हम जीत नहीं जाते तब तक धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे."

अमृतसर से दिल्ली रवाना हुए किसान

कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान पंजाब के अमृतसर से दिल्ली के लिए रवाना हुए. किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के महासचिव श्रवण सिंह पंढेर ने बताया, “यह जत्था कल सिंघु बॉर्डर पहुंच जाएगा. इसके बाद यहीं से 15 सितंबर को दूसरा जत्था जाएगा.”

abp गंगा पर देखें किसान महापंचायत की हर खबर

देखें पल पल की अपडेट

राकेश टिकैट की केंद्र को दो टूक

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत मुज़फ़्फ़रनगर में आयोजित किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए मुज़फ़्फ़रनगर पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने केंद्र को दो टूक कहा, "किसान आंदोलन तब तक चलेगा जब तक भारत सरकार चलवाएगी. जब तक वे बात नहीं मानेंगे आंदोलन चलता रहेगा. जब सरकार बातचीत करेगी तो हम करेंगे. देश में आज़ादी की लड़ाई 90 साल तक चली, यह आंदोलन कितने साल चलेगा हमें तो जानकारी नहीं है."

महापंचायत में पहुंचे हज़ारों किसान

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले साल से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज उत्तर प्रदेश के मुज़फ्फरनगर में विशाल महापंचायत बुलाई है. इसमें कई राज्यों के किसानों ने शिरकत की. महापंचायत में किसान नेताओं के अलावा हज़ारों की संख्या में किसान पहुंचे हैं.

बैकग्राउंड

Kisan Mahapanchayat News: केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरोध में रविवार की सुबह विभिन्न राज्यों के किसान मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में होने वाली किसान महापंचायत के लिए बड़ी संख्या में एकत्र हुए. अगले वर्ष की शुरुआत में उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस आयोजन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है. 'किसान महापंचायत' का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किया जा रहा है.


भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक के अनुसार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे विभिन्न राज्यों में फैले 300 किसान संगठनों के किसान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हैं, जहां 5,000 से अधिक लंगर (भोजन स्टाल) लगाए गए हैं. संगठनों के झंडे और अलग-अलग रंग की टोपी पहने किसान बसों, कारों और ट्रैक्टरों के जरिए यहां पहुंचते देखे गए. आयोजन स्थल के आसपास कई चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं. जीआईसी कॉलेज के मैदान तक पहुंचने में असमर्थ लोगों को कार्यक्रम देखने की सुविधा प्रदान करने के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई हैं.


राकेश टिकैट हुए महापंचायत में शामिल


भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत मुज़फ़्फ़रनगर में आयोजित किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए मुज़फ़्फ़रनगर पहुंचे. इस मौके परर उन्होंने कहा, "किसान आंदोलन तब तक चलेगा जब तक भारत सरकार चलवाएगी. जब तक वे बात नहीं मानेंगे आंदोलन चलता रहेगा. जब सरकार बातचीत करेगी तो हम करेंगे. देश में आज़ादी की लड़ाई 90 साल तक चली, यह आंदोलन कितने साल चलेगा हमें तो जानकारी नहीं है."


उन्होंने कहा, "ये महापंचायत पूरे देश में होगा, हमें देश बिकने से बचाना है. हमारी मांग रहेगी कि देश, किसान, व्यापार और युवा बचे."


सुरक्षा के कड़े इंतज़मा


उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, "किसानों की महापंचायत मुज़फ़्फ़रनगर में चल रही है इसे लेकर सभी व्यवस्था की गई हैं. मेरठ ज़ोन के फोर्स के अतिरिक्त PAC की 25 कंपनियां दी गई हैं. आने-जाने वाले लोगों को वहां पर कोई परेशानी ना हो यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है."


उन्होंने कहा कि जहां पर भीड़ है वहां सीसीटीवी कैमरे की मदद से हम नज़र रख रहे हैं. आयोजकों से बातें की गई हैं. उनको बोला गया है कि उनके बीच कोई असामाजिक तत्व ना आ जाए जिससे कुछ गड़बड़ी हो. अब तक किसान आंदोलन प्रदेश में शांतिपूर्ण तरह से चला है.

- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -

TRENDING NOW

© Copyright@2024.ABP Network Private Limited. All rights reserved.