नई दिल्ली: देशभर में कोरोना वायरस टीकाकरण का दूसरा चरण एक मार्च से शुरू हो रहा है. इस चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और किसी भी बीमारी से पीड़ित 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. बड़ी बात यह है कि इन लोगों को वैक्सीन के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा. टीकाकरण सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ कुछ चुनिंदा अस्पतालों में भी होगा. इसके लिए सोमवार से कोविड प्लेटफॉर्म्स पर लोग अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे. सरकार ने टीकाकरण के लिए 10 हजार सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों को चिन्हित किया है, जहां मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके अलावा लोग खरीदकर भी वैक्सीन लगवा सकेंगे.


अगर नहीं कराया रजिस्ट्रेशन तो क्या लगेगा टीका?


टीकाकरण को लेकर इस वक्त जो सबसे बड़ा सवाल है वो है कि क्या जो लोग रजिस्ट्रेशन नहीं कराएंगे, उनको टीका नहीं लगेगा? रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के अलावा लोगों को 'वॉक इन रजिस्ट्रेशन' की सुविधा भी दी जाएगी. यानि वो लोग जो मोबाइल फोन फ्रेंडिली नहीं हैं या ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे हैं, वो लोग सीधे अस्पताल जाकर भी वैक्सीन लगवा सकते है. हालांकि बताया जा रहा है कि पहले प्राथमिकता ऑनलाइन या एप के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने वालों को ही दी जाएगी.


वैक्सीन के लिए कैसे कराएं अपना रजिस्ट्रेशन


सरकार के पहले के नोटिफिकेशन के मुताबिक वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को सबसे पहले Co-Win app पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. एक बार जब रजिस्ट्रेशन हो जाएगा, तब व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस से इसकी सूचना दी जाएगी. इस सूचना में वैक्सीन लगाने की तारीख, जगह और समय के बारे में जानकारी दी जाएगी.


रजिस्ट्रेशन के लिए कौन से ID कार्ड मान्य होंगे?


रजिस्ट्रेशन के लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पासपोर्ट, पैन कार्ड, जॉब कार्ड, मनरेगा कार्ड, हेल्थ इंस्योरेंस स्मार्ट कार्ड, एमपी, एमएलए और एमएलसी द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आईडी कार्ड आदि मान्य होंगे.


सरकार ने कहा है कि लोग 20 हजार निजी केंद्रों पर भी वैक्सीन लगा सकेंगे. वैक्सीन पर बने राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह के मुताबिक देश में 50 साल से ऊपर और किसी बीमारी के साथ जी रहे 50 साल के उम्र के ऊपर के लोगों की कुल संख्या लगभग 27 करोड़ है. किसी बीमारी के साथ जी रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों में किन-किन बीमारियों को शामिल किया जाएगा, इसके लिए सूची तैयार की जा रही है. जल्द ही इन बीमारियों की एक सूची जारी की जाएगी.


16 जनवरी से वैक्सीन अभियान का पहला चरण शुरू हुआ था. इस चरण में अब तक 1.34 करोड़ डोज वैक्सीन लोगों को दी जा चुकी है. पहले चरण में सिर्फ 2000 निजी केंद्र शामिल थे लेकिन दूसरे चरण में निजी केंद्रों की भूमिका बढ़ेगी. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, देश के 12 हजार निजी अस्पताल आयुष्मान भारत से जुड़े हुए हैं.


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