नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के ताजा बयान पर बवाल मच सकता है. रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में कहा कि मुसलमान बीजेपी को वोट नहीं देते लेकिन फिर भी मोदी सरकार ने उन्हें पूरी इज्जत दी.

रविशकंर ने कहा, ''हमें कभी मुस्लिम वोट नहीं मिलते. हम इस बात को पूरी स्पष्टता से स्वीकार करते हैं लेकिन हमने उन्हें पूरी पवित्रता से स्वीकार किया है या नहीं ? बीजेपी के 13 मुख्यमंत्री हैं. हम देश पर शासन कर रहे हैं, क्या हमने किसी नौकरीपेशा या व्यापार करने वाले सज्जन मुसलमान को प्रताड़ित किया है ? क्या हमने उन्हें काम से हटाया है?''

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, "लंबे समय से हमारे खिलाफ अभियान चलाए गए हैं लेकिन आज हम यहां हैं क्योंकि भारत की जनता का आशीर्वाद हमारे साथ है. प्रधानमंत्री मोदी जलपाईगुड़ी दौरे में एक मुस्लिम चाय बगान श्रमिक करीमुल्ला से मिले. हक ने समाजसेवा का लाजवाब काम किया है. उन्होंने एक मोटरसाइकिल को एंबुलेंस में बदल दिया है. वह बीमार लोगों को अस्पताल ले जाते हैं. इस अनूठे योगदान से अब तक 2,000 से अधिक लोगों की जान बचाई जा सकी है.''

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमने कभी भी हक का धर्म नहीं देखा, ना हीं यह देखा कि उसने हमारे लिए वोट दिया था या नहीं. यदि कुछ अवांछित बातें होती हैं तो प्रधानमंत्री उस समस्या को सुलझाते हैं, मुख्यमंत्री इन दिक्कतों को दूर करते हैं. योगी आदित्यनाथ लोकप्रिय नेता हैं. आप सुशासन और समेकित विकास पर उनका रूख देख रहे हें. मंत्री ने कहा कि उन्हें मोदी के खिलाफ घृणा फैलाने वाले वामपंथियों और पत्रकारों के साथ कुछ दिक्कत है.

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह बहुत से मुस्लिम बहुसंख्यक गांवों में गए हैं. वहां बहुत से मुस्लिम युवक कॉमन सर्विस सेंटर चला रहे हैं. इससे लोगों को इंटरनेट के जरिए सरकारी सेवाएं हासिल करने में मदद मिलती है.