Kasganj Case: उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस हिरासत में युवक अल्ताफ की मौत हो गई थी. इस मामले में मृतक के पिता चांद मियां की तहरीर के आधार पर अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की विवेचना कोतवाली के निरीक्षक रमेश भारद्वाज को सौंपी गई है. तहरीर में अल्ताफ के पिता ने लिखा है कि 08 नवंबर की रात कोतवाली पुलिस उनके घर पहुंची और अल्ताफ से पूछताछ का हवाला देकर कोतवाली ले गई. कोतवाली में अज्ञात पुलिसकर्मियों ने बेटे के साथ जमकर मारपीट की और उसे मार डाला. 


वहीं, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने युवक के मौत मामले में राज्य प्रशासन से 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट तलब की है. अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने मीडिया को बताया कि उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव को पत्र भेजकर रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने कहा, "मीडिया में आई खबर पर संज्ञान लेते हुए हमने डीजीपी और मुख्य सचिव को पत्र लिखा. 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है."


गौरतलब है कि कासगंज में अल्ताफ नामक युवक की पुलिस हिरासत में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि इस युवक ने खुदकुशी की है. मृतक के परिजन का आरोप है कि पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटे जाने की वजह से उसकी मौत हुई है. इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है.


वहीं, अल्पसंख्यक आयोग ने त्रिपुरा में पिछले दिनों हुई हिंसा के मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य के मुख्य सचिव से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है. आयोग ने मुख्य सचिव को 08 नवंबर को पत्र लिखा था. आयोग ने त्रिपुरा प्रशासन से सवाल किया है कि हिंसा में कितने लोग शामिल थे, कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है, किन धाराओं के मामला दर्ज किया गया और आगे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?



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