मुंबई में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम गैंग का एक मामला सामने आया जिसमें उसके गुर्गे फर्जी दस्तावेज बनाकर संपत्ति हड़पते थे. जांच में पता चला है कि मारे हुए शख्स को संपत्ति हड़पने के लिये उसे ज़िंदा बता दिया गया.


मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी प्रशांत कदम ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया, पहले यह मामला मुंबई पुलिस की EOW के पास आया था क्योंकि इसमें दूसरे एंगल भी हो सकते हैं. इस वजह से इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच की एंटी एक्स्टोर्शन सेल को सौंपी गई.


सलीम फ्रूट ने इस तरह जमीन पर हड़पी
केस की जांच के दौरान मुंबई क्राइम ब्रांच की एंटी एक्स्टोर्शन सेल ने छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट को भी गिरफ़्तार किया है. यह हड़पी हुई ज़मीन को सलीम फ्रूट ने एक साजिश के तहत अपने घर वालों के नाम करवा लिया था.


सूत्रों ने बताया, शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया उसकी 25 करोड़ की संपत्ति फर्जी दस्तावेज बनाकर हड़प ली गई. दरअसल शिकायतकर्ता के पिता अफ्रीका में रहते थे और यहां इस संपत्ति को संभालने के लिए केयर टेकर रखा गया था उनकी मौत साल 2006 में हो गई थी जिसके बाद उस संपत्ति को देखने वाला कोई नहीं था.


इसके बाद सलीम फ्रूट की नज़र उस संपत्ति पर पड़ी और साल 2011 से उसे हड़पने का काम शुरू कर दिया गया शिकायतकर्ता के किसी रिश्तेदार को शिकायतकर्ता का पिता बताया गया (जिनकी मौत हो चुकी है) और फिर पूरे दस्तावेज को फर्जी बनाकर संपत्ति हथिया ली गई.


5 गिरफ्तार
इस मामले की जांच के दौरान पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ़्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम मुस्लिम असगरअली उमरेटवाला, शेरझादा जंगरेज खान, अस्लम अब्दुल रेहमान पटनी, रिजवान अलाउद्दीन शेख, और सलीम फ्रुट है.


पुलिस इस मामले में इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस संपत्ति से मिलने वाले पैसे पाकिस्तान में बैठे दाऊद इब्राहिम तक पहुंचने वाले थे या किसी असामाजिक तत्व इसका इस्तेमाल कर देश में अहिंसा फैलाने की साज़िश में थे. आपको बता दें की सलीम फ्रूट को NIA ने कथित तौर से टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ़्तार किया था.


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