नई दिल्ली: इजरायल दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी ने मुंबई हमले के पीड़ित 11 साल के बेबी मोशे से मुकाकात की. प्रधानमंत्री ने बोबी मोशे को भारत आने का न्योता दिया वहीं बेबी मोशे ने कहा कि मैं आपसे और भारत के लोगों से प्यार करता हूं.


बेबी मोशे ने कहा, ''डियर मिस्टर मोदी, मैं आपसे और भारत के लोगों से प्यार करता हूं. मैं आपसे कहना चाहता हूं कि आप मुझे हमेशा प्यार करना और मेरे पैरेंट्स को याद रखना. मैं आपको तोहफा देना चाहता हूं जिससे आप मुझे हमेशा याद रखें.'' इसके बाद बेबी मोशे ने प्रधानमंत्री मोदी को तोहफे में एक तस्वीर दी. प्रधानमंत्री मोदी ने बेबी मोशे के तोहफे को 'वेरी-वेरी स्पेशल गिफ्ट' बताया.


इस मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने मोशे से पूछा, ''तुम भारत आना चाहोगे? तुम और तुम्हारा परिवार कभी भी भारत आ सकता है. जहां चाहे, वहां जा सकता है.'' प्रधानमंत्री के सवाल पर बेबी मोशे ने हामी भर दी. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मोशे से कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुझे भारत बुलाया है. जब मैं भारत जाऊंगा तब तुम मेरे साथ मुंबई चलना.


बेबी मोशे ने कहा, ''मैं इजरायल में रहता हूं लेकिन जब मैं बड़ा हो जाऊंगा तब मैं खबाद हाउस का डायरेक्टर बनना चाहता हूं.'' 


कौन है बेबी मोशे?
बेबी मोशे 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के समय बाल बाल बच गया था. आतंकियों ने मोशे के माता-पिता की हत्या कर दी थी तब मोशे की भारतीय आया सांड्रा सैमुएल ने बड़ी मुश्किल से बेबी मोशे की जान बचाई थी. बेबी मोशे अब इजरायल में अपने दादा-दादी के साथ रहते हैं.


मोशे उस वक्त सिर्फ दो साल का था जब मुंबई में शाबाद में दूतों के तौर पर काम रहे उसके माता-पिता रिवका और गैवरियल होल्त्जबर्ग नरीमन हाउस में लश्कर ए तैयबा के आतंकवादियों के हमले में छह अन्य लोगों के साथ मारे गए थे. नरीमन हाउस को शाबाद हाउस के नाम से भी जाना जाता है.