नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर में स्वयंभू गोरक्षकों की ओर से एक मुस्लिम व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डालने के मामले ने आज राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया. अल्पसंख्यक राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं, जैसी पेश की जा रही है. दूसरी ओर, कांग्रेस ने नकवी के बयान पर सवाल उठाए हैं.

राजस्थान: बहरोड़ में गो तस्करी के आरोप में शख्स की पीटकर हत्या, 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कांग्रेस के सदस्य मधुसूदन मिस्त्री के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मुद्दा है, लेकिन ‘‘मामले को जिस तरह पेश किया जा रहा है, वैसी कोई घटना हुई ही नहीं.’’ नकवी ने कहा, ‘‘यह संदेश नहीं दिया जाना चाहिए कि सदन गोहत्या का समर्थन करता है.’’ उन्होंने कहा कि ‘‘राज्य सरकार ने आरोपों से इनकार किया है. हम गुंडागर्दी को सही नहीं ठहराते. इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘‘मुझे बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मंत्री के पास इतनी गलत सूचना है. यहां तक कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी यह खबर दी है और मंत्री को पता ही नहीं. मैंने ऐसी असंवेदनशील सरकार नहीं देखी.’’

उप-सभापति पी जे कुरियन ने सरकार से इसकी जांच करके सदन को तथ्यों से अवगत कराने को कहा. विपक्ष और सरकार में चल रही जुबानी जंग के बीच कुरियन ने कहा कि आसन को यह स्पष्ट बताया जाना चाहिए कि कांग्रेस के सदस्य मधुसूदन मिस्त्री की ओर से उठाया गया मुद्दा सही है या नहीं है. सत्ता पक्ष और विपक्ष में हो रही बहस के बीच कुरियन ने कहा कि वह अखबारों की खबरों के हिसाब से कदम नहीं उठा सकते. उन्होंने कहा, ‘‘मंत्री ने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई.’’ उन्होंने कहा कि घटना के बारे में दो तरह की बातें उन्हें बताई गई हैं. उप-सभापति ने कहा कि यदि ऐसी कोई घटना हुई है तो यह गंभीर मामला है और यदि ऐसा नहीं हुआ है और सदन में इस बारे में बोला गया है तो भी यह गंभीर मामला है.

कुरियन ने कहा, ‘‘मुझे बताएं कि यह तथ्य है कि नहीं. मैं मंत्री से कह रहा हूं कि वह जांच करें और सदन को रिपोर्ट दे. मैं इसकी सच्चाई जानना चाहता हूं .’’ नकवी ने बाद में कहा कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और वह किसी भी तरीके से हिंसा को सही नहीं ठहरा रहे. वहीं राजस्थान सरकार का बचाव करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले का संज्ञान लिया है और कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.

संसद में विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर क्या आरोप लगाए? संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर हुई गरमागरम बहस के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोलते हुए कहा कि उनसे असहमति रखने वाले लोगों के लिए इस देश में कोई जगह नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि जब सरकार अपनी ‘‘जिम्मेदारी छोड़ देती है’’, तब बड़ी त्रासदियां होती हैं. संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ऐसे दृष्टिकोण को प्रचारित कर रहे हैं, जिसमें सिर्फ एक ही विचार कायम रह सकेगा.

राज्यसभा में सदस्यों ने अलवर कांड पर चिंता जताते हुए लोकसभा में भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भगवा पार्टी की ओर से शासित राज्यों में गोरक्षा के नाम पर संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है. शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान के गृह मंत्री की इस टिप्पणी के लिए उन्हें आड़े हाथ लिया कि दोनों पक्षों, आरोपियों और पीड़ितों, ने कुछ न कुछ गलत किया और गाय की तस्करी रोकने में कुछ भी गलत नहीं है. खड़गे ने कहा कि पीड़ित एक डेयरी किसान था.

शून्य काल के दौरान मिस्त्री ने कहा कि राजस्थान में ‘‘कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है’’ और स्वयंभू ‘‘गोरक्षकों के एक गिरोह ने’’ मवेशियों को लेकर जा रहे एक ट्रक को रोका और उसमें सवार चार लोगों को बुरी तरह पीटा जबकि ‘‘हिंदू’’ ड्राइवर को वहां से जाने दिया. अन्य विपक्षी पार्टियों के सदस्यों के मिस्त्री का समर्थन करने के बीच कांग्रेस सांसद ने कहा कि भाजपा शासित मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश में भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं.

बहरहाल, गायों की तस्करी के संदेह में बीते शनिवार को 55 साल के पहलू खान और अन्य पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए तीन लोगों को अलवर की एक अदालत ने एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. पहलू खान ने सोमवार की रात को दम तोड़ दिया. अलवर के पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने ‘‘हमने आरोपियों विपिन यादव (19), रवींद्र यादव (30), दोनों बहरोड़ के रहने वाले हैं, और रतनपुरा के रहने वाले कालू राम (44) - को एक स्थानीय अदालत में पेश किया, जिसने उन्हें एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.’’ राहुल ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश के लिए टीमें रवाना कर दी गई हैं. तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है .

पहलू खां की मौत, आंतरिक चोटों के कारण: पोस्टमार्टम रिपोर्ट राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड थाना इलाके में शनिवार को गौ रक्षकों द्वारा कथित रूप से पिटाई के बाद उपचार दौरान दम तोडने वाले पहलू खां (55) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण शरीर के आंतरिक भाग में चोटों की वजह बतायी है. पहलू खां के शव का पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड के अध्यक्ष डा. पुष्पेन्द्र कुमार जैन ने ‘भाषा’ से आज कहा कि पहलू खां की मौत का कारण आतंरिक भाग में छाती समेत कई स्थानों पर चोटों के निशान मिले है. चोटे लगने से आंतरिक अंगों में खून निकल कर छाती में जमा होने की वजह से सांस नहीं ले पाया.

डा. जैन ने कहा कि सामान्य भाषा में यह कहा जा सकता है कि आतंरिक चोटों की वजह से पहलू खां की मौत हुई है. चोटे कैसे लगी, यह पुलिस जांच का विषय है. अलवर पुलिस अधीक्षक राहुल प्रकाश ने बताया कि इस मामले में कल रात गिरफ्तार किये गये विपिन यादव, रविन्द्र यादव :बहरोड: और बानसूर के कालू राम यादव को बहरोड की एक अदालत में आज पेश किया गया. अदालत ने पूछताछ के लिए तीनों अभियुक्तों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया.

प्रकाश ने बताया कि इस मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन दल गठित कर संभावित ठिकानों पर भेजे गये है. गिरफ्तार अभियुक्तों पर पांच पांच हजार रूपये का ईनाम घोषित किया है. पुलिस अधीक्षक के अनुसार विपिन यादव, रविन्द्र यादव और कालू राम यादव को भारतीय दंड संहिता की धारा 143, 232, 341, 308, 427, 379 और 302 के तहत गिरफ्तार किया गया है.

गौहत्या के खिलाफ जारी फतवों का प्रचार करेगा शिया पर्सनल लॉ बोर्ड, तीन तलाक खत्म करने की मांग

भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा का फिर विवादित बयान भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने आज फिर विवादित बयान देते हुए कहा यदि गौ रक्षकों की पिटाई से पहलू खां की मौत हुई होती तो अन्य गौ तस्करों की भी गौरक्षकों ने पिटाई की थी. यदि पिटाई से ही पहलू खां की मौत हुई तो घायल गौ तस्करों को भी मर जाना चाहिए था. आहूजा ने दावा किया कि पहलू खां की मौत ‘सदमें' से हुई है, न कि पिटाई की वजह से. उन्होंने कहा कि गौवंश तस्करी का मामला लोगों की भावनाओं से जुडा हुआ है. अक्सर गौवंश की तस्करी के मामले सामने आते है. उन्होंने कहा कि गौ तस्करों के पास हथियार होने के कारण पुलिस भी इनका कुछ नहीं कर पाती. आहूजा ने कुछ नरम होते हुए कहा कि गौ रक्षकों को कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए था. गौ तस्करों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर देना चाहिए.

भाजपा विधायक आहूजा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी कथित रूप से अमर्यादित टिप्पणियां करके सुखिर्यों में रह चुके है. उधर मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की जयपुर जिला सचिव सुमित्रा चोपडा ने गौरक्षकों द्वारा गौवंश ले जा रहे लोगों पर प्राणघातक हमला करने की कडी भर्त्सना करते हुए कहा कि इसमें एक व्यक्ति की जान चली गयी और कुछ लोग घायल हो गये. उन्होंने अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया का कथित बयान को अपराधियों को बचाने वाला बयान बताया है, जिसमें उन्होंने दोनों पक्षों की गलती की बात कही है. गौरतलब है कि पिछले शनिवार 1 अप्रैल को 4 वाहनों में अवैध रूप से गौवंश ले जाने की सूचना मिलने पर काफी संख्या में लोगों ने जिनमें हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल थे, जिन्होंने बहरोड़ के निकट वाहनों को रोक कर उसमें सवार दस लोगों को उतार कर मारपीट की और पशुओं को मुक्त कर दिया.