Tripura News: बांग्लादेश में हाल ही में दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद (VHP) की एक रैली के दौरान त्रिपुरा में हिंसा होने की खबर सामने आई है. जानकारी के मुताबिक उत्तरी त्रिपुरा के पानीसागर उप-मंडल में एक मस्जिद और कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की गई. वही दो दुकानों में आग लगा दी गई. विश्व हिंदू परिषद के त्रिपुरा और मणिपुर के संपर्क मंत्री पूर्ण चंद्र मंडल ने बताया कि बीएचपी की इस रैली का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में दुर्गापूजा पंडालों में हुई हिंसा का विरोध करना है. उन्होंने कहा कि यह एक विरोध रैली है. बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के बाद से जिस तरह हिंदू माताओं और बहनों को प्रताड़ित किया गया है, हजारों मंदिरों और मठों को तोड़ा और चकनाचूर कर दिया गया और 30 जिलों में उपद्रव किया है. ये उसी के विरोध में रैली निकाली गई है.
कई घरों में तोड़फोड़
पुलिस ने बताया कि बीएचपी के कार्यकर्ताओं के एक वर्ग ने चमटीला इलाके में एक मस्जिद में तोड़फोड़ की और बाद में कम से कम तीन घरों में तोड़फोड़ की. जानकारी के अनुसार, तोड़-फोड़ किए गए घर और दुकानें अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की हैं और उनमें से एक की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है. कानून-व्यवस्था की स्थिति और बिगड़ने से बचने के लिए आसपास के सभी संवेदनशील इलाकों में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. फेसबुक पोस्ट के जरिए हिंसा भड़काने के आरोप में हाल ही में पड़ोसी देश में शैकत मंडल और रबीउल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया था. वे हिंदुओं पर हिंसा के सिलसिले में बांग्लादेश में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 683 लोगों में शामिल हैं.
रैली में हजारों लोग थे शामिल
पानीसागर उप-मंडल पुलिस अधिकारी सौभिक डे के मुताबिक इस महीने की शुरुआत में बांग्लादेश में हुई सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में आयोजित रैली में लगभग 3,500 लोगों ने हिस्सा लिया था. पिछले शुक्रवार को, त्रिपुरा राज्य जमीयत उलमा (हिंद) ने मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब के कार्यालय को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें पिछले तीन दिनों में मस्जिदों और अल्पसंख्यक बस्तियों पर हमले का आरोप लगाया गया था और लगभग 150 मस्जिदों को सुरक्षा प्रदान की गई थी. बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों द्वारा हाल ही में हुई हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने मंगलवार को कोलकाता और असम में रैलियां की थी और बुधवार को देशव्यापी विरोध की घोषणा की. वे दोषियों के लिए उचित सजा की मांग करते भी नजर आए.