Monkeypox Scare: देश में मंकीपॉक्स (Monkeypox) का खतरा और उससे पॉजिटिव होने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. देश में अब तक कुल 8 लोग मंकीपॉक्स से पॉजिटिव हो चुके हैं. ऐसे में संसद (Parliament) में स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने इस बीमारी के संबंध में बयान देते हुए कहा कि लोग डरें नहीं, जानकारी ही बचाव है.
उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय मंकीपॉक्स के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए देश की सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है. राज्यसभा में मंकीपॉक्स के बारे में जानकारी देते हुए मंडाविया ने कहा कि मंकीपॉक्स से डरने की जरूरत नहीं है. हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चला रहे हैं. मंकीपॉक्स के मामले में लोगों को जागरूक होना बहुत जरूरी है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गठित किया टास्क फोर्स
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने भारत सरकार की ओर से नीति आयोग के एक सदस्य की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया है. उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स की टिप्पणियों के आधार पर हम आगे की कार्रवाई का आकलन और अध्ययन करेंगे. अगर केरल की राज्य सरकार को केंद्र सरकार से किसी भी तरह की मदद की जरूरत होगी तो वह दी जाएगी.
दुनिया में पहले मामला आना पर ही भारत ने शुरू कर दी तैयारी
स्वास्थ्य मंत्री ने सदन को बताया कि दुनिया में जब मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था तभी भारत ने तैयारी शुरू कर दी थी. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके अलावा दूसरे देश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है. इसके अलावा जिन देशों से वो यात्री आ रहे हैं उन देशों की सरकारों से ये अनुरोध किया गया है कि वो उन विदेशी यात्रियों की स्क्रीनिंग करके ही भेजें.
दरअसल सोमवार को ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकीपॉक्स के मामलों पर नजर रखने और संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदमों के संबंध में निर्णय लेने के लिए कार्यबल का गठन कर दिया गया है. इस कार्यबल का काम देश में संक्रमण के मामलों का पता लगाना है.
कौन कर रहा है इस टास्क फोर्स की अगुवाई
कार्यबल के गठन का निर्णय देश में चल रही जन स्वास्थ्य संबंधी तैयारियों की समीक्षा के लिए 26 जुलाई को आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया था. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल इस कार्यबल की अगुवाई करेंगे. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने हाल में मंकीपॉक्स (Monkeypox) को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Health Emergency) घोषित किया है. वैश्विक स्तर पर, 75 देशों में मंकीपॉक्स के 16,000 से अधिक मामले पाए गए हैं.