Muslim Face in Modi Govt: देश में करीब 14 फीसदी से अधिक की आबादी के बावजूद किसी चुने हुए ऊंचे ओहदे पर मुस्लिम समुदाय (Muslim Community) का अब कोई प्रतिनिधित्व नहीं है. राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर गहमागहमी तेज है. इस बीच सियासी गलियारों में बीजेपी के मुस्लिम चेहरे को लेकर भी बहस हो रही है क्योंकि बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार (Modi Govt) में मुसलमानों का प्रतिनिधित्व अब नहीं रहा है. बीजेपी के इतिहास में शायद ये पहली बार है, जब केंद्र सरकार में कोई मुस्लिम मंत्री नहीं है. आश्चर्य की बात ये है कि मोदी कैबिनेट में ऐसा पहली बार हो रहा है कि न कोई कैबिनेट में मुस्लिम चेहरा (Muslim Face in Cabinet) है और ना ही संसद में कोई बीजेपी से मुस्लिम सांसद.


उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर उम्मीद थी कि बीजेपी किसी मुस्लिम चेहरे को मैदान में उतारेगी, लेकिन जगदीप धनखड़ के नाम के एलान के साथ ही ये उम्मीद भी खत्म हो गई.


केंद्र सरकार में कोई मुस्लिम चेहरा नहीं?


आजाद भारत के 75 साल के गौरवमय इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि केंद्र सरकार में कोई मुस्लिम मंत्री नहीं है. मोदी सरकार में मुख्तार अब्बास नकवी इकलौता मुस्लिम चेहरा थे, लेकिन इसी महीने उनके इस्तीफे के बाद से अब इस समुदाय से कोई फेस नहीं बचा है. नकवी के इस्तीफे के बाद 8 साल के कार्यकाल में मोदी सरकार मुस्लिम मुक्त हो गई. जबकि इससे पहले अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार से लेकर मोदी सरकार में भी मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व रहा है.


संसद में बीजेपी का मुस्लिम फेस कौन?


देश के इतिहास से शायद ये पहली बार है जब न कोई कैबिनेट में मुस्लिम चेहरा है और न ही बीजेपी से कोई मुस्लिम सांसद ही है. लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में बीजेपी का कोई मुस्लिम चेहरा सदस्य नहीं है. लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर बीजेपी के कुल 395 सांसद हैं, जिसमें एक भी मुस्लिम नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से कुछ मुस्लिम चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा गया था लेकिन सफलता हासिल नहीं हुई. 


मुस्लिम चेहरे को उपराष्ट्रपति बनाने की उम्मीद भी खत्म


देश की सियासत में इस बात की खूब चर्चा थी कि इस बार बीजेपी किसी अल्पसंख्यक समुदाय के चेहरे को उपराष्ट्रपति चुनाव में उतारेगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद और नजमा हेपतुल्ला के नाम की काफी चर्चा थी. शनिवार को बीजेपी की बैठक में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का नाम फाइनल कर दिया गया, जिसके बाद उपराष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी के किसी मुस्लिम चेहरे के आने की भी उम्मीद खत्म हो गई. राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की ओर से आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाकर पहले ही चौंका दिया था.


राज्यसभा में हाल में कौन-कौन थे BJP के मुस्लिम चेहरे?


बीजेपी (BJP) की तरफ से उच्च सदन यानी राज्यसभा (Rajya Sabha) में जो मुस्लिम चेहरे (Muslim Face) थे उनका कार्यकाल खत्म हो गया है. बीजेपी के राज्यसभा में तीन मुस्लिम सांसद थे. इनमें मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi), सैय्यद जफर इस्लाम और एमजे अकबर शामिल थे. सैय्यद जफर इस्लाम (Zafar Islam) का कार्यकाल 4 जुलाई को समाप्त हो गया था. वहीं एमजे अकबर का राज्यसभा में कार्यकाल 29 जून को ही खत्म हो गया था. मुख्तार अब्बास नकवी का कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हुआ था. इससे पहले बीजेपी में कई मुस्लिम सासंद थे. शाहनवाज हुसैन, आरिफ बेग, सिकंदर बख्त और नजमा हेपतुल्ला जैसे नेता बीजेपी से सांसद रह चुके हैं. शाहनवाज हुसैन अभी बिहार सरकार में मंत्री हैं.


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