द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को हिरासत से रिहा किए जाने का स्वागत किया. स्टालिन ने हिरासत में बंद अन्य कैदियों को भी रिहा करने की मांग की. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि यह जानकर खुशी हुई कि महबूबा मुफ्ती को 14 महीने बाद हिरासत से रिहा कर दिया गया.


तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता ने कहा, ‘मैं सरकार से अपील करता हूं कि हिरासत में बंद अन्य सभी लोगों को भी रिहा किया जाए. इस दौरान जिन लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को निलंबित किया गया, उन्हें बहाल किया जाना चाहिए.’


14 महीने बाद रिहा हुईं महबूबा मुफ्ती


जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के विरुद्ध जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत लगाए गए आरोपों को केंद्रशासित प्रदेश के प्रशासन द्वारा हटा लिए जाने के बाद उन्हें मंगलवार रात रिहा कर दिया गया. पिछले साल अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाए जाने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था.



महबूबा (60) को पिछले साल पांच अगस्त को पहले एहतियातन हिरासत में रखा गया था और बाद में छह फरवरी को उन पर कठोर पीएसए कानून लगा दिया गया. उन्हें सात अप्रैल को उनके सरकारी निवास में ले जाया गया जिसे प्रशासन ने पहले उप-जेल घोषित किया था.


फिर संघर्ष शुरू करेंगी पूर्व मुख्यमंत्री


रिहाई के बाद महबूबा मुफ्ती ने ऐलान किया है कि अनुच्छेद-370 की बहाली के लिए फिर से संघर्ष शुरू करेंगी. महबूबा ने कहा, "मैं एक साल से ज्यादा समय के बाद रिहा हुई हूं. इस दौरान 5 अगस्त 2019 के काले दिन का काला फैसला हर पल मेरे दिल और रुह पर वार करता रहा. मुझे अहसास है कि ऐसी ही स्थिति जम्मू-कश्मीर के तमाम लोगों की रही होगी. हम में से कोई भी शख्स उस दिन की बेइज्जती को कभी भूल नहीं सकता."

उन्होंने आगे कहा, "दिल्ली दरबार में 5 अगस्त को गैर कानूनी तरीके से जो हमसे छीन लिया गया, अब उसे वापस लेना होगा. जम्मू-कश्मीर में हजारों लोगों ने अपनी जान न्योछावर की, उसे हल करने के लिए अपनी जद्दोजहद वापस रखनी होगी. मैं चाहती हूं कि जम्मू-कश्मीर के जितने भी लोग जेलों में बंद हैं, उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए."


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