श्रम और रोजगार मंत्रालय ने केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया और माइक्रोसॉफ्ट सीईओ सत्य नडेला की मौजूदगी में एमओयू साइन किया है. यह एमओयू नौकरी के मौके बढ़ाना, एआई (AI) स्किलिंग और वर्कफोर्स की दिशा में मजबूत कदम माना जा रहा है. MoU पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने बताया, यह साझेदारी भारत के अच्छे डेमोग्राफिक डिविडेंड का फायदा उठाने और दुनिया भर में कॉम्पिटिटिव, डिजिटल स्किल्ड, भविष्य के लिए तैयार वर्कफोर्स बनाने की इच्छा को दिखाती है. 

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AI इनिशिएटिव्स को मिलेगा बढ़ावाएमओयू के जरिए एआई ड्रिवन स्किलिंग इनिशिएटिव्स को बढ़ावा मिलेगा. इससे लाखों युवाओं को एआई, क्लाउड टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी और प्रोडक्टिविटी टूल्स में फ्यूचर रेडी कैपेबिलिटीज मिलेंगी. इन कोशिशों के जरिए ग्लोबल स्टैंडर्ड्स और उभरती इंडस्ट्री की जरूरतों के हिसाब से वर्कफोर्स तैयार करने में मदद मिलेगी. 

कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि माइक्रोसॉफ्ट के पार्टिसिपेशन से जॉब एक्सेस तेज होगा, स्किलिंग बेहतर होगी, और ग्लोबल लेबर मोबिलिटी में भारत की लीडरशिप बढ़ेगी.

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डॉ. मंडाविया ने आगे कहा, “भारत ने सोशल प्रोटेक्शन में एक ऐतिहासिक मुकाम हासिल किया है. इसमें कवरेज 2015 में 19% से बढ़कर 2025 में शानदार 64.3% हो गया है. इससे 94 करोड़ से ज़्यादा नागरिकों को फायदा हो रहा है.  ई-श्रम और नेशनल करियर सर्विस जैसे प्लेटफॉर्म में AI को शामिल करके, हम सोशल सिक्योरिटी को मजबूत कर रहे हैं और मार्च 2026 तक 100 करोड़ नागरिकों को सोशल प्रोटेक्शन देने के अपने लक्ष्य के करीब पहुंच रहे हैं. ”

सत्य नडेला ने की भारत की तारीफमाइक्रोसॉफ्ट के CEO ने भारत के सोशल सिक्योरिटी कवरेज की तारीफ की. साथ ही उन्होंने अगले फेज में रोजगार डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रकचर बनाने में भारत को मदद देने का वादा किया है. माइक्रोसॉफ्ट अपने ग्लोबल नेटवर्क से 15,000 से ज़्यादा एम्प्लॉयर और पार्टनर को मंत्रालय के NCS प्लेटफ़ॉर्म पर लाएगा. साथ ही यह MoU फॉर्मल नौकरी के मौके तक पहुंच बढ़ाने, भारतीय प्रोफेशनल और युवाओं की इंटरनेशनल मोबिलिटी को मजबूत करने के लिए सरकार और माइक्रोसॉफ्ट के बीच साइन हुआ है.