Ministry of Education on Faculty: केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अलग-अलग सेंट्रल यूनिवर्सिटी में फैकल्टी के हजारों पद खाली पड़े हैं. शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी डेटा के मुताबिक देश भर के सेंट्रल यूनिवर्सिटी (Central Universities), आईआईटी और आईआईएम (IIMs) में प्रोफेसर के 11,000 से अधिक पद खाली हैं. डेटा को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने लोकसभा में एक लिखित उत्तर में साझा किया.


केंद्रीय शिक्षा मंत्री (Education Minister) धर्मेंद्र प्रधान ने आगे कहा कि उन्होंने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों (Higher Education Institutions) को मिशन मोड में रिक्तियों को भरने का निर्देश दिया है.


कहां कितने पद हैं खाली?


देश में 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में स्वीकृत 1,8956 पदों में से प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के कुल 6180 पद खाली पड़े हैं. इसी तरह, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) में स्वीकृत 11,170 पदों में से कुल 4,502 पद खाली हैं. भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIMs) में फैकल्टी के 1,566 पदों में से 493 पद खाली हैं.


मिशन मोड में भरे जाएंगे खाली पद


केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि खाली पदों का होना और उन्हें भरना एक सतत प्रक्रिया है. सेंट्रल यूनिवर्सिटी स्वायत्त निकाय हैं, जो संबंधित केंद्रीय अधिनियमों के तहत स्थापित हैं. उनकी भर्ती प्रक्रिया उनके वैधानिक निकायों द्वारा उनके अधिनियमों, नियमों और यूजीसी दिशानिर्देशों के मुताबिक तैयार की जाती है. मंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को मिशन मोड में खाली पदों को भरने का निर्देश दिया है.


खाली पदों के लिए निगरानी तंत्र


शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा, "मिशन मोड में खाली पदों को भरने के लिए सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को लिखने के अलावा, मंत्रालय ने एक मासिक निगरानी तंत्र बनाया है". सेंट्रल यूनिवर्सिटी और आईआईएम में खाली पदों में 961 पद एससी वर्ग के लिए, 578 एसटी वर्ग के लिए, 1,657 ओबीसी पद आरक्षित हैं. ईडब्ल्यूएस और पीडब्ल्यूडी श्रेणी के लिए आरक्षित रिक्त पद क्रमशः 643 और 301 हैं. देश में 23 आईआईटी हैं जबकि आईआईएम की संख्या 20 है.


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