जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलावर (19 सितंबर) को महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि महिला होने की वजह से राजनीति में उन्हें बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा क्योंकि वहां पुरुषों की संख्या महिलाओं की तुलना में काफी ज्यादा है. उन्होंने कहा कि राजनीति में जहां पुरुषों की संख्या इतनी ज्यादा है, महिलाओं के सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं, जिनका उन्हें फेस करना पड़ता है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह समय आ गया है, जब संसद हो या विधानसभा डिसीजन मेकिंग में महिलाओं को आगे लाने की जरूरत है.


महबूबा मुफ्ती ने महिला आरक्षण बिल को लेकर कहा कि अच्छा कदम है, लेकिन इसमें थोड़ी देरी हो गई. उन्होंने कहा, महिला होने की वजह से मेरे सामने राजनीति में कई चुनौतियां आईं क्योंकि पुरुषों की संख्या यहां कहीं ज्यादा है. मेरे ख्याल से यह समय है, जब महिलाओं को राजनीति में आगे लाने की जरूरत है.


विशेष सत्र में पास हो सकता है महिला आरक्षण बिल
सोमवार (18 सितंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद महिला आरक्षण बिल को लेकर काफी चर्चा है. सूत्रों की मानें तो बैठक में बिल को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल गई. हालांकि, आधिकारिक तौर पर सरकार की तरफ से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई थी, लेकिन मंगलवार को नई संसद में अपने पहले भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि आज ही बिल पेश किया जाएगा. उन्होंने सभी सांसदों से बिल पास कराने की अपील की.


नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल होगा नाम
19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के मौके पर नई संसद का श्री गणेश किया गया और नई संसद में अपने पहले भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने महिला आरक्षण बिल पर बात की. पीएम मोदी ने बताया कि इस बिल का नाम अब नारी शक्ति वंदन अधिनियम बिल होगा. उन्होंने कहा कि कई बार संसद में बिल पेश किया गया, लेकिन ईश्वर ने इस पवित्र काम के लिए उन्हें चुना.


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