श्रीनगर: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोग से तीन साल तक जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री रहीं महबूबा मुफ्ती ने पार्टी को इशारों-इशारों में कड़ी चेतावनी दी है. मुफ्ती ने अपनी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) में हो रही फूट पर कहा कि अगर दिल्ली ने पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की तो कश्मीर में कई और सलाउद्दीन पैदा होंगे.


उन्होंने कहा, '''हर घर में दिक्कत होती है. लेकिन अगर दिल्ली ने 1987 की तरह यहां के आवाम के वोट के ऊपर डाका डाला और तोड़-फोड़ की कोशिश की तो मैं समझती हूं कि 1987 में जैसे एक सलाउद्दीन और एक यासिन मलिक ने जन्म लिया. इस बार पीडीपी को तोड़ने की कोशिश की गई तो हालात उससे भी ज्यादा खराब होंगे.'' महबूबा के इस बयान को नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हताशा भरा बताया है.





हाल ही में पीडीपी के छह विधायकों ने बागवत की है. सभी नाराज विधायकों का कहना है कि पीडीपी 'फैमिली डेमोक्रेटिक पार्टी' बन चुकी है. बागी विधायकों में जावेद बेग, यासिर रेशी, अब्दुल मजीद, इमरान अंसारी, अबीद हुसैन अंसारी और मोहम्मद अब्बास वानी शामिल हैं.


पिछले महीने 19 जून को बीजेपी ने पीडीपी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए खुद को गठबंधन की सरकार से अलग कर लिया था. बीजेपी के इस कदम के बाद महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद से सूबे में राज्यपाल शासन लागू है.


कौन है सैयद सलाउद्दीन?
आतंकी सलाउद्दीन फिलहाल पाकिस्तान में शरण लिए हुए है. घाटी में आतंकवाद फैलाने के लिए सैयद जाना जाता है. अमेरिका ने भी आतंकी संगठन के सरगना सैयद सलाउद्दीन को ग्लोबल आतंकी घोषित किया है. वह पाकिस्तान में घूमता रहा है. पिछले कुछ महीने पहले उसने कहा था कि 'कश्मीर को भारतीय सेना का कब्रगाह बना देंगे.


1987 और सलाउद्दीन


सलाउद्दीन ने 1987 विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गया. उसका दावा था कि उसे धोखा दिया गया. जिसके बाद उसने बंदूक उठा ली. उसने अपना नाम 5 नवंबर 1990 को यूसुफ शाह से बदलकर सैयद सलाउद्दीन कर लिया.


तब उसने कहा था, ''हम शांतिपूर्ण तरीके से विधानसभा में जाना चाहते थे, लेकिन हमें ऐसा नहीं करने दिया गया, हमें गिरफ्तार किया गया और हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की गई. कश्मीर मुद्दे के लिए हथियार उठाने के अलावा हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है.'' हथियार उठाने के बाद उसने घाटी में कई बड़े आतंकी वारदातों को अंजाम दिया है.


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