दिल्ली के स्कूलों में आज मेगा पीटीएम (पेरेंट्स टीचर्स मीटिंग) आयोजित की गई. दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया सर्वोदया कन्या विद्यालय पुहंचे और मेगा पीटीएम में पेरेंट्स, टीचर्स और बच्चो से बातचीत की. कोरोना के चलते ये पेरेंट्स-टीचर मीटिंग तकरीबन 2 साल बाद हुई है. 


कोरोना काल में क्लास हो या पेरेंट्स और टीचर के बीच बातचीत सभी वर्चुअल तरीके से हुआ है. वहीं, आज हुई पेरेंट्स मीटिंग में ज्यादातर सभी छात्रों के माता-पिता ने टीचर्स से मुलाकात की. शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूल में हर क्लास रूम का राउंड लगाया और वहां मौजूद बच्चों और उनके माता-पिता से बातचीत की. पेरेंट्स-टीचर मीटिंग के बारे में मनीष सिसोदिया ने कहा की 'यह बहुत ज़रूरी था. उन्होंने कहा बच्चों के बीच जो लर्निंग गेप आया है उसको पैरेंट्स और टीचर्स दोनों को मिलकर भरना है. 


तीन महिने इस पर करेंगे काम- सिसोदिया


सिसोदिया ने आगे कहा, ऑनलाइन का मॉडल बंद हो गया है. अब से ऑफलाइन ही पढ़ाई हो रही है. बच्चों के अंदर चाहे किसी भी लेवल का हो एक अवसाद आया है उस पर भी काम किया जाएगा. बच्चों को मेडिटेशन और माइंडफूलनेस सिखाते हैं और अगले 3 महीने इमोशनल वेल्बींग और लर्निंग गैप इसी पर काम किया जाएगा.' 


इसका मतलब है कि कोरोना के बाद अब जब सुचारू रूप से सभी स्कूल खुल चुके हैं और पहले की तरह ही क्लास शुरू हो गई हैं तो ऐसे में बच्चों के लिए 2 साल बाद वापस उसी रूटीन में आना और 2 साल के अंदर जो बच्चों के अंदर एंज़ाइटी और स्ट्रेस जैसी परेशानियां पैदा हुई उसको दूर करने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से मेडिटेशन और माइंडफूलनेस पर काम किया जाएगा. पीटीएम मे पहुंचे पेरेंट्स ने भी कहा कि वह चाहते हैं कि अब बच्चे पहले की तरह ही स्कूल जाना शुरू कर दें.


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