Measles Outbreak In Mumbai: मुंबई वासी अभी शहर में कोविड (Covid-19) से ठीक से उबरे भी नहीं थे कि अब यहां पर खसरे (Measels) की बीमारी से उनके बच्चों के प्रभावित होने की खबर सामने आ रही है. आलम ऐसा है कि मुंबई (Mumbai) में बीतते दिन के साथ खसरे का प्रकोप बढ़ता ही चला जा रहा है. मुंबई में अबतक इस बीमारी से जुड़े 303 मामले दर्ज किये जा चुके हैं, तो वहीं 4602 संदिग्ध मामले पाये गये हैं. 


स्वास्थ्य रिपोर्ट की मानें तो 7 नवंबर से लेकर अबतक कुल 14 बच्चों की मौत हो चुकी है, जिसमें 3 बच्चों को खसरा हुआ था. कल अंधेरी में रहने वाली 1 साल की बच्ची की खसरे से संदिग्ध रूप से मौत हो गई.


खसरे को लेकर क्या है स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश?
केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों को मद्देनजर रखते हुए 1 दिसंबर से पूरे महाराष्ट्र और मुंबई में खसरे के बूस्टर डोज को लेकर अपना अभियान शुरू कर दिया है. जहां पर छह महीने से लेकर 9 महीने तक की उम्र के बच्चों को खसरे का टीका दिया जाएगा. जिन बच्चों को खसरे के दोनों टीके लग चुके हैं उनको भी एक बूस्टर डोज दिया जाएगा.


महाराष्ट्र में क्या है बीमारी और उपचार की स्थिति?
पूरे महाराष्ट्र में खसरे से निपटने के लिए 13 लाख टीके मौजूद हैं जहां केवल मुंबई में 1,34,000 के करीब बच्चों को टीका लगाया जाएगा. मुंबई में फिलहाल 97 बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं, जिसमें 12 ऑक्सीजन पर हैं और 5 बच्चे आईसीयू में हैं. 


इतने तेजी से क्यों फैल रही है बीमारी?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो मुंबई में लगभग दो सालों के बाद खसरे का प्रकोप देखने को मिल रहा है. मुंबई में करीब 34 जगहों पर इस बीमारी का आउटब्रेक हुआ है. खसरे की बीमारी के दौरान बच्चों के बदन पर दाने देखे जाते हैं. इस बीमारी में बच्चों के बदन पर दाने देखे जाते हैं तो वहीं सर्दी, बुखार और कमजोरी भी देखी जाती है.


मुंबई महानगर पालिका (Mumbai Municipal Corporation) के अनुसार 2020 और 2021 में कोरोना (Covid-19) के कारण काफी कम बच्चों ने खसरे (Measels) का टीका लिया था जिस वजह से आज यह प्रकोप देखने को मिल रहा है.


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