Opposition Parties March: 17 विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने बुधवार (15 मार्च) को संसद भवन से ईडी दफ्तर के लिए मार्च निकाला लेकिन विजय चौक पर ही दिल्ली पुलिस ने उनको धारा 144 का हवाला देते हुए रोक दिया. विजय चौक पर रोके जाने से खफा सांसदों ने वहीं पर नारेबाजी शुरू कर दी. रोके जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्ल्किार्जुन खरगे ने कहा, 200 सांसदों को रोकने के लिए 2000 पुलिस वाले लगाए गये हैं.


मल्लिकार्जुन खरगे कह रहे हैं, वह सभी सांसदों के साथ ईडी कार्यालय पर जाकर एक मेमोरेंडम देना चाहते थे लेकिन पुलिस उनको आगे नहीं जाने दे रही है और सरकार उनको बोलने नहीं दे रही है. 


'अडानी और पीएम के रिश्ते की हो जांच'
मल्लिकार्जु खरगे ने कहा, मोदी जी ऐसे लोगों को प्रोत्साहन दे रहे हैं जिनकी संपत्ति कम थी और अब मोदी जी की कृपा से उनकी संपत्ति बहुत बढ़ गई है, मैं यह जानना चाहता हूं कि उनको आखिर पैसे कौन दे रहा है? इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा, अडानी और मोदी के बीच के रिश्ते की जांच होनी चाहिए, बस इसी के लिए हम ईडी दफ्तर जाकर अपनी बात रखना चाह रहे हैं.


'ये तानाशाही सरकार है'
आरजेडी के राज्यसभा सांसद प्रोफेसर मनोज झा ने कहा, बीजेपी की ये सरकार तानाशाही की सरकार है. हम सरकार को झुकाएंगे, हम मार्च के महीने में मार्च निकाल रहे हैं, देश को सरकार से सवाल पूछना चाहिए कि सदन क्यों बार-बार स्थगित हो रही है.


उन्होंने कहा, वह दिन दूर नहीं जब एक दिन अडानी नाम का व्यक्ति जेल के अंदर होगा. इसी नारेबाजी के बीच दिल्ली पुलिस ने सांसदों को आगे नहीं बढ़ने दिया. जिससे नाराज होकर सांसद वापस संसद की ओर नारे लगाते हुए चले गए. दोपहर 2 बजे से संसद का सत्र एक बार फिर से शुरू होगा. 


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