पणजी: गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को  निधन हो गया. वह जिंदगी के आखिरी वक्त तक जोश के साथ राजनीतिक रूप से सक्रिय रहे और गोवा के मुख्यमंत्री पद की कमान संभाले रखी. पर्रिकर लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे. उनके निधन के साथ ही अब गोवा को नए मुख्यमंत्री की तलाश है. बीजेपी गठबंधन के खेमे में इसके लिए देर रात तक बैठक हुई. वहीं कांग्रेस ने भी सरकार बनाने के लिए दावा ठोंका.


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने देर रात बीजेपी और दो सहयोगी पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक की. इससे पहले गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई सहित उनके तीन विधायकों और एमजीपी के तीन विधायकों ने राज्य परिवहन मंत्री सुदीन धवलीकर के नेतृत्व में हिस्सा लिया.





बीजेपी के पास पूर्व बहुमत नहीं होने की वजह से पर्रिकर गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे थे जिसमें गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमजीपी और निर्दलीय विधायक शामिल थे.


सहयोगी दलों की ये है मांग


गोवा के डिप्टी स्पीकर और बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने कहा, ''महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के नेता सुदीन धवलीकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. उन्होंने (सुदीन) कहा कि बीजेपी का कई बार समर्थन किया. एमजीपी अध्यक्ष ने अपनी मांग रखी है. इसके लिए बीजेपी तैयार नहीं है.''


अलविदा पर्रिकर: मनोहर पर्रिकर के निधन से देशभर में राष्ट्रीय शोक, आज शाम पांच बजे होगा अंतिम संस्कार


गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई ने कहा कि अगले नेता का फैसला गठबंधन के सभी सहयोगियों के मिलने के बाद होगा. उन्होंने कहा कि किसी गैर-विधायक को मुख्यमंत्री बनाने की सलाह मिली है, हम उस पर भी विचार कर रहे हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या गठबंधन के सभी पुराने सहयोगी बीजेपी के साथ हैं, सरदेसाई ने कहा कि किसी पर भी अति-विश्वास नहीं करना चाहिए.


कांग्रेस ने ठोंका दावा


कांग्रेस ने गोवा के राज्यपाल मृदुला सिन्हा को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है. सूबे में किसी भी दल के पास पूर्ण बहुमत नहीं है.पणजी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरुरत होगी.


यह गोवा में चौथा उपचुनाव होगा. यहां 23 अप्रैल को शिरोडा, मांडरेम और मापुसा विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने हैं. इन सीटों के लिए उपचुनाव राज्य में होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ होंगे.


अनदेखी तस्वीरें: सादगी से भरे हरदिल अजीज नेता थे मनोहर पर्रिकर


राज्य विधायी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "मुख्यमंत्री पर्रिकर के निधन के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन को अपना नेता चुनने के बाद राज्यपाल के समक्ष दावा पेश करना होगा. इसमें समर्थन का पत्र भी होगा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि राज्यपाल (मृदुला सिन्हा) आश्वस्त नहीं होती हैं तो उन्हें सरकार बनाने के लिए अकेली सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित करना होगा.’’


क्या है राज्य का समीकरण?
पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर को 2017 में गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ दिलायी गई थी. कांग्रेस वर्तमान में 14 विधायकों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है जबकि 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में बीजेपी के पास 12 विधायक हैं. गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमजीपी और निर्दलीयों के तीन..तीन विधायक हैं जबकि एनसीपी का एक विधायक है.


इस साल के शुरु में बीजेपी विधायक फ्रांसिस डिसूजा और रविवार को पर्रिकर के निधन और पिछले साल कांग्रेस के दो विधायकों सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे के इस्तीफे के कारण सदन में विधायकों की संख्या 36 रह गयी है.