केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुवार (24 जुलाई, 2025) को एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कई सवालों के बेबाकी से जवाब दिए. जब उनसे पूछा गया कि वो उप राष्ट्रपति और बीजेपी अध्यक्ष दोनों में से कौन सा पद लेना पसंद करेंगे तो उन्होंने कहा कि दोनों से कोई नहीं.

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व सीएम खट्टर ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि मैं चुनाव नहीं करता. जो भी ज़िम्मेदारियां दी जाती हैं, मैं उसी के अनुसार काम करता हूं और इस बात को स्पष्ट करने के लिए उन्होंने एक किस्सा भी सुनाया. 

हरियाणा के पूर्व सीएम ने सुनाया एक किस्सामनोहर लाल खट्टर ने अपनी पहली जिम्मेदारी को याद करते हुए कहा कि मुझे पहली नौकरी फ़रीदाबाद में मिली थी. यह 1980 की बात है. 1981 में ज़िला प्रचारक मुझसे मिलने आए. दो दिन की बैठकों के बाद उन्होंने मुझे बस स्टैंड तक छोड़ने के लिए कहा. जाते हुए उन्होंने बस की सीढ़ियों पर पैर रखा, रुके और मुड़कर मुझसे कहा कि मैं भूल गया. आपका तबादला रोहतक हो गया है. मैंने कहा ठीक है.

खट्टर ने कहा कि मुझे सोचने की क्या जरूरत थी? मैंने 'रोहतक ही क्यों' नहीं पूछा. जब भी मुझे कोई ज़िम्मेदारी मिलती है, मैं उसे स्वीकार करता हूं. कोई भी काम बड़ा या छोटा नहीं होता. अगर मैं यह (उपराष्ट्रपति) या वह (बीजेपी प्रमुख) नहीं हूं तो भी काम तो बहुत होगा. मैं कुछ और ढूंढ लूंगा.

धनखड़ मामले को लेकर क्या बोले खट्टर ? उप राष्ट्रपति और नए बीजेपी चीफ की नियुक्ति को लेकर खट्टर ने कहा कि दोनों ही पदों पर साल समाप्त होने से पहले नए पदाधिकारी आ जाएंगे, हालांकि जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद उप राष्ट्रपति पद को समय सीमा से बहुत पहले ही भर दिया जाएगा. उप राष्ट्रपति के अचानक इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार पर भरोसा किए बिना उन्होंने विपक्ष से प्रस्ताव ले लिया. यह सरकार की रणनीति थी. उन्होंने इस विशेष मामले में पूर्व उपराष्ट्रपति को लेकर अनुशासनहीनता पर सवाल उठाए.

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