Manipur Violence Update: मणिपुर में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाने के मामले में शनिवार (22 जुलाई) को पांचवी गिरफ्तारी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कांगपोकपी जिले में चार मई को हुई इस घटना में शामिल पांचवें व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी उम्र लगभग 19 वर्ष है. मणिपुर में ताजा हालात को देखते हुए कुकी (Kuki) और मैतई (Meitei) समाज के सीमावर्ती इलाकों में सेना और असम राइफल की तैनाती बढ़ाई गई है.


इसके अलावा रास्तों पर कई जगहों पर सेना ने बंकर बनाने शुरू किए हैं. भारतीय सेना के साथ असम राइफल्स, सीआरपीएफ और बीएसएफ की तैनाती के साथ-साथ हवाई निगरानी भी बढ़ाई गई है. गौरतलब है कि मणिपुर में बीते दो महीनों से ज्यादा समय से जातीय हिंसा भड़की हुई है. बीते बुधवार को मणिपुर से महिलाओं के साथ क्रूरता का एक वीडियो सामने आने के बाद देशभर में हलचल मच गई थी. 


महिलाओं की कराई थी नग्न परेड 


इस घटना को लेकर संसद में भी हंगामा हुआ है. इस वीडियो में भीड़ कुछ महिलाओं की नग्न परेड करा रही थी. आरोप है कि भीड़ ने महिलाओं का छोड़ने से पहले उनका यौन उत्पीड़न किया था. इस घटना का 26 सेकेंड का वीडियो सामने आया था. बी. फाइनोम गांव में महिलाओं की परेड कराने वाली भीड़ में शामिल रहे व्यक्ति को एक महिला को घसीटते हुए देखा गया था. 


भीड़ ने दो लोगों की हत्या भी की


ये व्यक्ति घटना की व्यापक निंदा होने के बाद गुरुवार को गिरफ्तार किए गए चार लोगों के साथ शामिल था. इस मामले को लेकर कांगपोकपी जिले के सैकुल पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. ये घटना 4 मई को घटित हुई थी. जिन महिलाओं के साथ ये शर्मनाक घटना हुई, उनमें से एक भारतीय सेना के पूर्व जवान की पत्नी है. भीड़ ने उस दौरान दो लोगों की हत्या भी थी. 


मणिपुर में 3 मई को शुरू हुई थी हिंसा


मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतई समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को आदिवासी एकजुटता मार्च के बाद राज्य में हिंसा भड़की थी. जिसमें अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं. 


(इनपुट पीटीआई से भी)


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