ABP News C-Voter Survey: मणिपुर हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 600 से ज्‍यादा लोग घायल हो चुके हैं. घरों में आग लगाए जाने के कारण सैकड़ों लोग बेघर हो चुके हैं. इसी दौरान दो महिलाओं निर्वस्त्र घुमाए जाने का वीडियो वायरल होने के बाद बवाल और भी बढ़ गया है. विपक्ष राज्य के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे के साथ ही यहां राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग कर रहा है.


एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने मणिपुर मुद्दे पर सर्वे किया. सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए? आधे से ज्यादा लोगों ने राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग को सही ठहराया. एक चौथाई से कम लोगों ने ही असहमति जाहिर की. 62 फीसदी उत्तरदाताओं ने कहा मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए. 23 फीसदी लोगों ने मना किया. 15 फीसदी लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया.


मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए?
स्रोत- सी वोटर



  • हां- 62 फीसदी

  • नहीं- 23 फीसदी

  • पता नहीं- 15 फीसदी


मणिपुर में 3 मई से जातीय हिंसा की चपेट में है. जब मणिपुर हाईकोर्ट ने आदेश दिया कि स्वदेशी मैतेई जनजाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिया जाए तो कुकी जनजाति के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश पर रोक लगा दी और मणिपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को फटकार लगाई. 


उधर कुकी समुदाय के सदस्यों का विरोध जल्द ही भयानक हिंसा में बदल गया, क्योंकि दोनों समुदायों के उग्रवादी वर्गों ने एक-दूसरे पर हमले शुरू कर दिए, पुलिस चौकियों और शस्त्रागारों पर हमला किया और हथियार लूट लिए. इससे भी बुरी बात यह है कि महिलाओं पर बेरहमी से हमला किया गया और उनके साथ सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया, जिससे देशभर में आक्रोश और गुस्सा फैल गया.


मणिपुर में बवाल और विपक्षी गठबंधन का नाम INDIA रखे जाने के बाद abp न्यूज़ के लिए सी वोटर ने ऑल इंडिया सर्वे किया है. इस सर्वे में 2 हजार 664 लोगों की राय ली गई है. सर्वे गुरुवार और शुक्रवार को किया गया है. इस सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसदी है.


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