नई दिल्ली: मोदी सरकार को केंद्र की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए 20 से ज्यादा विपक्षी दलों के नेता ममता बनर्जी की ओर से आयोजित रैली में कोलकाता पहुंचे. इस दौरान ममता की मंच से सभी नेताओं ने मोदी सरकार पर हमला बोला. केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए जिग्नेश मेवानी ने कहा कि बहुत ही खराब दौर से हमरा देश गुजर रहा है.


ममता के मंच से मोदी सरकार पर हमला करते हुए जिग्नेश मेवानी ने कहा, ''युवाओं के लिए रोजगार सुनिश्चित करें. नई सरकार बने तो सचमुच किसानों की आत्महत्या रुके. बेरोजगारों को रोजगार मिले. छुआछूत का खात्मा हो. भीमा कोरेगांव जैसे घटना में पकड़े गए लोगों की रिहाई हो. हमारा संविधान पूरे देश में लागू हो. हमारा मुल्क सच में एक सेकुलर देश बने.''


इतना ही नहीं मंच से उन्होंने कहा, ''इस वक्त भारत हमारा देश हमारा मुल्क एक अनप्रेसिंडेंटेड क्राइसिस से गुजर रहा है. हमारे संविधान हमारे लोकतंत्र पर हमला है. पिछले साढ़े चार सालों में हमने देखा कि किसान मजदूर-किसान आदिवासी समेत सभी समुदाय के लोगों का शोषण हुआ है जिस प्रकार से हमारे संविधान की वैल्यू को खत्म करने की कोशिश की गई है.''


दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने शनिवार को कहा कि तृणमूल कांग्रेस की विपक्षी रैली में कई विपक्षी दलों का एकसाथ आना आगामी लोकसभा चुनाव में बदलाव का संदेश देता है. ‘ब्रिगेड परेड ग्राउंड’ में विपक्ष की महारैली को संबोधित करते हुए मेवानी ने कहा कि ‘महागठबंधन’ आरएसएस और बीजेपी की हार सुनिश्चित करेगा. गुजरात से निर्दलीय विधायक ने कहा, ‘बीजेपी के साढ़े चार साल के शासन में गरीबों, अल्पसंख्यकों और दलितों के शोषण से देश अभूतपूर्व संकट से गुजर रहा है.’’ उन्होंने उम्मीद जतायी कि केन्द्र में ‘महागठबंधन’ की सरकार बनने पर वह संविधान के पालन को सुनिश्चित करेगा और देश एक सच्चा समाजवादी गणराज्य बन जाएगा.


रैली में कौन कौन शामिल हुआ?
ममता की ‘यूनाइटेड इंडिया रैली’ में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, बीएएसपी के संतीश चंद्र मिश्रा, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और अभिषेक मनु सिंघवी शामिल हो रहे हैं. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, उनके बेटे एवं कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, शरद पवार, फारुक अब्दुल्ला, शरद यादव, तेजस्वी यादव, हेमंत सोरेन और अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग समेत 20 से अधिक राष्ट्रीय नेता कोलकाता पहुंचे हैं.


कड़ा पहरा
रैली की भारी सफलता को सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं. बड़े-बड़े मंचों के अलावा, 20 टॉवर खड़े गए हैं और 1,000 माइ्क्रोफोन और 30 एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं ताकि दर्शक नेताओं को साफ तौर पर देख और सुन सकें.


सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के लिए रैली वाले स्थान के अंदर और आस-पास 10,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है और 400 पुलिस पिकेट लगाए गए हैं. राज्य भर से तृणमूल कांग्रेस के लाखों समर्थक और कार्यकर्ता कोलकाता पहुंचे हैं. पुलिस ने बताया कि रैली स्थान के आस-पास वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है.