Mamata Banerjee Vs Modi Govt: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने केंद्र के खिलाफ अपने मोर्चे को रफ्तार दे दी है. मंगलवार (21 मार्च) को टीएमसी (TMC) सांसदों ने जहां अडानी मामले पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया तो वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ दो दिवसीय धरना देने का एलान किया.


सीएम ममता 29 मार्च को कोलकाता में केंद्र सरकार के खिलाफ दो दिवसीय धरने पर बैठेंगी. टीएमसी का आरोप है कि केंद्र सरकार का पश्चिम बंगाल के साथ व्यवहार पक्षपातपूर्ण है, सीएम ममता कथित पक्षपातपूर्ण रवैये को लेकर ही 29 और 30 मार्च को केंद्र की बीजेपी नीत नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Govt) के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगी.


CM ममता का केंद्र पर आरोप


ममता ने दावा किया कि केंद्र ने मनरेगा परियोजना, आवास और सड़क विभागों की अन्य पहलों के लिए धन जारी नहीं किया है. ओडिशा की तीन दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले उन्होंने दमदम हवाईअड्डे पर मीडिया से कहा, “पश्चिम बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है जिसे केंद्र से कुछ भी नहीं मिला है. इसने हमें हमारा बकाया पैसा नहीं दिया है. इस साल के केंद्रीय बजट में भी हमारे राज्य के लिए कुछ नहीं था.”


इस जगह पर धरना देंगी ममता बनर्जी


मुख्यमंत्री ममता ने आगे कहा, “इसलिए, मैं मुख्यमंत्री के रूप में, बंगाल के प्रति केंद्र के भेदभाव के विरोध में, 29 मार्च से कोलकाता में डॉक्टर बीआर अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे धरना प्रदर्शन करूंगी और इसे 30 मार्च की शाम तक जारी रखूंगी.” सीएम ममता ने यह भी बताया कि ओडिशा में वह अपने समकक्ष नवीन पटनायक के साथ शिष्टाचार मुलाकात करेंगी.


टीएमसी सांसदों का दिल्ली में प्रदर्शन






तृणमूल कांग्रेस के कई सांसदों ने दिल्ली के विजय चौक पर केंद्र के खिलाफ अपने प्रदर्शन में अडानी मामले को जोरशोर से उठाया. उन्होंने कारोबारी गौतम अडानी की गिरफ्तारी की मांग की, साथ ही कहा कि जीवन बीमा निगम और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को सुरक्षा दी जाए.


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