Meghalaya Assembly Election 2023: मेघालय में विपक्षी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने मंगलवार (24 दिसंबर) को कहा कि यदि वह राज्य में सत्ता में आती है, तो वह असम के साथ हुए सीमा समझौते को ''रद्द'' कर देगी. टीएमसी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में यह बात कही. 

टीएमसी ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद के ‘स्थायी’ समाधान के लिए नए सिरे से सलाह-मशविरा और परामर्श शुरू किया जाएगा. मेघालय में विधानसभा चुनाव 27 फरवरी को होने हैं और वोटों की गिनती दो मार्च को होगी. असम और मेघालय ने मार्च 2022 में 12 विवादित स्थानों में से छह स्थानों में अपने पांच दशक पुराने सीमा संकट को समाप्त करने का फैसला किया था. 

समाधान के लिए क्या किया जाएगा? 

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनजी की पार्टी टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी करते हुए कहा, ‘‘असम को जमीन के अवांछित समर्पण के मुद्दे को हल करने और सीमावर्ती गांवों में लोगों की सुरक्षा के लिए असम सरकार के साथ हस्ताक्षरित सीमा समझौता ज्ञापन को रद्द कर दिया जाएगा, और दोनों राज्यों के बीच सीमा संकट का स्थायी समाधान खोजने के लिए नए सिरे से सलाह-मशविरा और परामर्श का दौर शुरू किया जाएगा. ’’

टीएमसी ने क्या वादा किया? 

टीएमसी के चुनावी घोषणापत्र के मुताबिक, इसके अलावा रणनीतिक स्थानों पर पुलिस चौकियों की स्थापना के माध्यम से सीमावर्ती गांवों के लोगों की सुरक्षा को भी बढ़ाया जाएगा, और मुक्रोह जैसी अवांछित गोलीबारी की घटनाओं को भी रोका जाएगा, जिसकी वजह से मेघालय के निर्दोष निवासियों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हुई थी. 

पार्टी ने ‘गरीबी मुक्त’ मेघालय का भी वादा किया और अगले पांच सालों में राज्य के लिए दो अंकों की विकास दर का आश्वासन दिया. राज्य में 2021 में 17 में से 12 कांग्रेस विधायकों के टीएमसी में शामिल होने के बाद पार्टी ने इस पूर्वोत्तर राज्य में अपना पैर जमा लिया है. 

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