West Bengal Politics: पश्चिम बंगाल के नए गवर्नर सी. वी. आनंद बोस के बुधवार (23 नवंबर) के शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी सहित अन्य विपक्षी नेताओं को न बुलाने को लेकर सीएम ममता बनर्जी ने सफाई दी. उन्होंने दावा किया सबको आमंत्रित किया था.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ''हमने आपको राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस की शपथ के लिए आमंत्रित किया था लेकिन आप सब नहीं आए. वास्तव में, वामपंथी नेता बिमान बोस ने समारोह में भाग लिया, मैं आभारी हूं.'' इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि लेफ्ट की सरकार के दौरान शिक्षा विभाग को उन्होंने पार्टी ऑफिस में बदल लिया था. शिक्षा मंत्री का काम करना मुश्किल हो रहा है. आप विकास की बात क्यों नहीं करते?
मामला क्या है?
नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने बुधवार (23 नवंबर) को कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने पिछले साल विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी से टीएमसी में शामिल हो गए दो विधायकों के साथ उन्हें सीट आवंटित कर उन्हें 'अपमानित' किया गया. उन्होंने कहा, ‘‘टीएमसी सरकार प्रतिशोधपूर्ण तरीके से काम कर रही है. यह अभी तक इस बात को नहीं स्वीकार कर पा रही है कि नंदीग्राम सीट पर तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी मुझसे हार गईं. सरकार ने गरिमा का पालन नहीं किया और विपक्ष के नेता के पद का अपमान किया. इसलिए, मैं कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ.’' इस सब विवादों के बीच ममता बनर्जी ने विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी से शुक्रवार (25 नवंबर) को विधानसभा में मुलाकात की है.
सी. वी. आनंद बोस को कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव ने राजभवन में आयोजित एक कार्यक्रम में बुधवार (23 नवंबर) को पद की शपथ दिलाई इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी और कई मंत्री मौजूद रहे.
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