Maldives Row: मालदीव के मसले को लेकर छिड़े कूटनीतिक संग्राम को लेकर द्वीप देश के खिलाफ सोशल मीडिया यूजर्स का गुबार निकला है. मंगलवार (नौ जनवरी, 2024) को माइक्रो ब्लॉगिंग मंच एक्स (पूर्व में टि्वटर) पर लोगों ने न सिर्फ मालदीव की जमकर आलोचना की बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़े। लोगों ने कहा कि सिर्फ एक व्यक्ति ने समुंदर किनारे 100 कदम चलकर पूरे देश की अर्थव्यवस्था को हिलाकर रख दिया.  


'X' पर लोगों का एक ट्रैवल कंपनी पर भी फूटा गुस्सा


@Vini__007 नाम के हैंडल से इस बाबत पोस्ट किया गया था, जिसमें मोदी के लक्षद्वीप दौरे से जुड़े कुछ फोटो थे. साथ में लिखा गया था कि एक शख्स ने 4000 किलोमीटर चलकर तीन राज्य गवां दिए, जबकि एक अन्य व्यक्ति ने समुंदर किनारे 100 कदम चलकर एक अन्य मुल्क की अर्थव्यवस्था हिला दी. एक्स पर ऐसी मिलती-जुलती टिप्पणियां तब देखने को मिलीं, जब पूरे मामले की आंच एक नामी भारतीय ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी तक आ पहुंची थी. कंपनी के खिलाफ इस दौरान सोशल मीडिया पर लोगों का जमकर आक्रोश देखने को मिला. नाराज यूजर्स ने एक्स पर ट्रेंड के तहत ऐप को अनइंस्टॉल तक करने की अपील की और बोले कि लोगों को इसे तत्काल मोबाइल से हटा देना चाहिए. 


VHP की साध्वी प्राची ने भी की अपील- फोन से तुरंत... 


इसी क्रम में भगवा क्रांति सेना की अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद (विहिप) से जुड़ी साध्वी प्राची के हैंडल (@Sadhvi_prachi) से अपील की गई, "अपने फोन से आप इस ऐप को तुरंत डिलीट कर दें और इस संदेश को आगे बढ़ाएं." @RanaTells के अकाउंट से कहा गया कि अगर आप मालदीव का बहिष्कार नहीं कर सकते और लक्षद्वीप का समर्थन नहीं कर सकते हैं तब आप खुद को भारतीय मत कहिए! लक्षद्वीप हर भारतीय का गर्व है और यह देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करेगा. हम भारत से प्रेम करते हैं और मालदीव को बाहर का रास्ता दिखाते हैं. आप इस ऐप को अनइंस्टॉल करें. 


"Maldives के विरोध में India के साथ खड़े हैं हम"


@shivam_pal_18 की ओर से लिखा गया- एक ट्रैवल कंपनी के ऐप की ओर से फैसला लिया गया कि वे मालदीव की बुकिंग नहीं लेंगे, मगर उक्त फर्म ने ऐसा नहीं किया. ऐसा इसलिए क्योंकि उसके बोर्ड डायरेक्टर चीनी हैं. यह समय उक्त ऐप के बॉयकॉट का है. @Nidhi4you के एक्स हैंडल से एक वीडियो क्लिप शेयर करते हुए लिखा गया कि वह भी हिंदुस्तान के साथ खड़ी हैं और वह उक्त ऑनलाइन ट्रैवल कंपनी के ऐप को अनइंस्टॉल कर रही हैं. उन्होंने आगे यह भी कहा कि जो कोई भी राष्ट्रवादी रहेगा, वह उनके साथ यही काम करेगा. 


कैसे पनपा था Maldives vs Lakshadweep विवाद?


यह पूरा घटनाक्रम ऐसे वक्त पर देखने को मिला है, जब भारत और मालदीव में राजनयिक विवाद के बीच सोमवार को ‘ईज़माईट्रिप’ ने कहा था कि उसने देश के साथ ‘एकजुटता’ दिखाने करने के लिए अपनी वेबसाइट से मालदीव के लिए की जाने वाली सभी फ्लाइट्स की बुकिंग पर रोक लगा दी है. इससे पहले, पूरा विवाद पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ मालदीव सरकार के तीन उप-मंत्रियों की ओर से की गई ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के बाद पनपा था और मामला गर्माने के बाद देश में मालदीव का जमकर बहिष्कार हुआ. नतीजतन मालदीव सरकार को डैमेज कंट्रोल के तौर पर अपने तीन उप-मंत्रियों को कथित तौर पर निलंबित करना पड़ा था.


ICC की अपील- मालदीव पर्यटन का रोकें प्रचार


उधर, इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (आईसीसी) ने देश के सभी टूरिज्म और ट्रेड एसोसिएशंस से अपील की कि वे इस विवाद के मद्देनजर मालदीव पर्यटन का प्रचार रोकें. संगठन के अध्यक्ष सुभाष गोयल की ओर से इस बारे में "राष्ट्रहित" में बयान भी जारी किया गया. वहीं, घरेलू टूर ऑपरेटरों के संगठन आईएटीओ ने बताया था कि मालदीव की यात्रा के लिए कोई भी नई पूछताछ नहीं आ रही है.