Makar Sankranti 2022: देश में जानलेवा कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है. इस बीच आज मकर संक्रांति के मौक पर उत्तराखंड में हरिद्वार और ऋषिकेश में स्नान पर रोक लागू है, जिसकी वजह से घाटों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में प्रयागराज के माघ मेले और पश्चिम बंगाल के गंगासागर मेले में लाखों श्रद्धालु जुटे हुए हैं. माघ मेले में अबतक करीब 70 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.


कुंभ मेले से सबक लेते हुए उत्तराखंड सरकार ने इस साल मकर संक्रांति के मौके पर हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा स्नान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. हाल में कोरोना के मामलों तेजी से हो रही वृद्धि के मद्देनजर हरिद्वार में हर की पौडी, ऋषिकेश में त्रिवेणी और अन्य गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगी हुई है. सूर्य के उत्तरायण में प्रवेश पर मनाए जाने वाले मकर संक्रांति के पर्व पर हरिद्वार और ऋषिकेश में बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाने आते हैं.


ओडिशा में भी धार्मिक समारोहों और जमावड़े पर रोक


वहीं, ओडिशा में भी कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य सरकार ने मकर संक्रांति और पोंगल के मौके पर लोगों के धार्मिक समारोहों और जमावड़े पर मंगलवार को प्रतिबंध लगा दिया. विशेष दिशानिर्देश में कहा गया है कि मकर संक्रांति और पोंगल और अगले दिन पूरे राज्य में नदी किनारे, घाटों, तालाबों, समुद्र तटों और अन्य जलाशयों के पास स्नान करने के लिए एकत्र होने पर रोक रहेगी.


हरिद्वार के CO सिटी शेखर सुयाल ने कहा, ''सरकार ने कोविड दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसको हम लागू करा रहे हैं. हम लोगों को उन घाटों पर भेज रहे हैं जहां भीड़ को कोविड दिशा-निर्देशों के साथ अच्छे से संभाला जा सकता है. जो लोग दूसरे राज्यों से स्नान करने आ रहे हैं उनको मना कर वापस भेज रहे है.''






‘सुपर स्प्रेडर’ साबित हो सकता है गंगासागर मेला


दूसरी ओर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि जब देश कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर की ओर बढ़ रहा है,ऐसे वक्त में सागर द्वीप पर होने वाले धार्मिक आयोजन गंगासागर मेले को अनुमति देना ‘सुपर स्प्रेडर’ घटना साबित हो सकती है. सुपर स्प्रेडर का अर्थ है कि संक्रमितों के जरिए संक्रमण का तेजी से फैलना.


विशेषज्ञों का कहना है कि हरिद्वार,प्रयागराज और अन्य स्थानों पर लगने वाले कुंभ मेले के समान ही इस मेले में भी लाखों की संख्या में लोग आते हैं और यह मेला संक्रमण के प्रसार का केन्द्र बन सकता है. लआईडी एंड बीजी अस्पताल की प्रधानाचार्य डॉ अनिमा हलदर ने कहा,‘‘ गंगासागर मेला निश्चित रूप से एक सुपर-स्प्रेडर होगा. इसमें कोई संदेह नहीं है. लाखों लोग एकत्र होंगे और हमें डर है कि कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन होगा.’’