नई दिल्ली: महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के मौके पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सप्रंग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज नागपुर के वर्धा स्थित ऐतिहासिक सेवाग्राम आश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने खाने के बाद खुद अपनी प्लेट धोई.

पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह बताया कि नई दिल्ली से यहां पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बाद में कांग्रेस कार्यकारिणी (सीडब्ल्यूसी) के 53 सदस्यों के साथ महात्मा गांधी के निवास स्थान रहे 'बापू कुटीर' गए और एक प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया.

इसके बाद, 1942 में गांधीजी के नेतृत्व में हुई कांग्रेस कार्यकारिणी की ऐतिहासिक बैठक का जश्न मनाने के लिए आश्रम के पास में स्थित महादेव भवन में कार्यकारिणी की एक विशेष बैठक शुरू हुई. जिसमें सभी वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की. आठ अगस्त, 1942 को 'भारत छोड़ो आंदोलन' का आह्वान इसी बैठक से किया गया था, जिसके कारण आखिरकार पांच सालों बाद ब्रिटिश शासन को देश से जाना पड़ा था. कांग्रेस सचिव और विधायक हर्षवर्धन सकपाल ने कहा, 'हम अब बापू की जयंती और आजादी के 70वें वर्ष का जश्न मना रहे हैं, इसलिए हम यहां सीडब्ल्यूसी की बैठक आयोजित कर रहे हैं.'

कार्यकारिणी की बैठक के बाद, राहुल गांधी और अन्य नेता कलेक्टोरेट के पास महात्मा की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे और फिर शहर के मुख्य क्षेत्रों से होते हुए एक प्रतीकात्मक 'पदयात्रा' करेंगे. इसके बाद रामनगर के सर्कस ग्राउंड में 'संकल्प' रैली को संबोधित करेंगे.