Communal Violence in Jharkhand: झारखंड के पलामू में शिवरात्रि पर तैयार किए जा रहे तोरणद्वार को लेकर हुई झड़प के बाद तनाव लगातार बना हुआ है. पलामू के पांकी इलाके में धारा 144 लागू है साथ ही इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है. पलामू के उपायुक्त ए डोडे ने बताया, पांकी क्षेत्र में हुई आगजनी, पत्थरबाजी और हिंसा की घटनाओं में कम से कम 12 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि पूरे पांकी क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है.


वहीं स्थानीय लोगों के मुताबिक, मस्जिद के उपर से शिव भक्तों पर पत्थरबाजी की गई, पेट्रोल बम से हमला किया गया. लाठी डंडे से भी पिटाई की गई. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, मुसलमानों की पहले से प्लानिंग थी कि मस्जिद के पास शिव भक्तों द्वारा तोरणद्वार बनाये जाने के दौरान हमला किया जाएगा.


हिन्दुओं पर हमला होता- स्थानीय लोग


स्थानीय लोग बोले, यहां हमेशा हिन्दुओं पर हमला किया जाता है. हिन्दुओं के त्योहारों में खलल डाली जाती है. हम लोगों कोई त्योहार मनाते हैं या हम लोगों के यहां शादी या कोई कार्यक्रम होता है तो मुस्लिम पक्ष उत्पात मचाते हैं. तोरणद्वार मुसलमानों ने तोड़ दिया था फिर शिव भक्तों की पिटाई की. दुकानों घरों, गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की और आग के हवाले किया.


प्रशासन के अनुमति नहीं ली थी- पलामू एसपी


पलामू एसपी चंदन सिन्हा ने बताया, शिवरात्रि के लिए शिवरात्रि समिति के सदस्य मस्जिद के सामने तोरणद्वार बनाने गए थे. हर साल दूसरी जगह पर तोरणद्वार बनाया जाता था. बिना थाना में आवेदन दिए, बिना प्रशासन के अनुमति के तोरणद्वार मस्जिद के सामने बनाया गया. इसका विरोध मुस्लिमों ने किया था. तोरणद्वार को लेकर हिन्दुओं व मुसलमानों में टकराव हुआ. दोनों तरफ से पत्थरबाजी, मारपीट, तोड़फोड़, अगजनी की गई. अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी दोनों पक्ष के लोगों की हुई है.


क्या है मामला?


पलामू के पांकी में महाशिवरात्रि पर तोरणद्वार लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया था. आरोप है की महाशिवरात्रि के लिए तोरणद्वार लगा रहे श्रद्धालुओं पर जमकर पथराव और आगजनी हुई. इस झड़प में लगभग 12 लोग घायल हो गए. घायल होने वालों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. आरोप है की तोरणद्वार लगा रहे हिन्दुओं को पहले मुस्लिम समाज के कुछ लोग रोकने आए. इसके बाद उन लोगों ने उस तोरण गेट को तोड़ डाला. जब इसका शिव भक्तों ने विरोध किया तो मामला हिंसक हो गया. लाठी-डंडे और अन्य धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया गया. पेट्रोल बम भी फेंके गए. 


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