Uddhav Thackeray: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर उनके बयान को लेकर निशाना साधा है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य के राज्यपाल पद के लिए किसी व्यक्ति के चयन को लेकर कुछ मानदंड तय होने चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे शब्द कहने के बावजूद राज्यपाल को हटाया नहीं जाता है, तो अब यह दिखाने का समय आ गया है कि ‘महाराष्ट्र’ क्या है.


शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी छत्रपति शिवाजी महाराज, समाज सुधारक ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले जैसी श्रद्धेय शख्सियतों का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भले ही हम अच्छे शब्द कहें कि राज्यपाल नहीं बदला जाएगा, अगर बीजेपी राज्यपाल का समर्थन कर रही है, तो अब समय आ गया है कि उन्हें दिखाया जाए कि महाराष्ट्र क्या है. राज्यपाल राष्ट्रपति का प्रतिनिधि होता है. इसलिए अब मापदंड तय किया जाए. 


मापदंड तय किया जाए


उन्होंने आगे कहा कि मैं मांग करता हूं कि ऐसे नियम बनाए जाएं जिसके आधार पर राज्यपाल की नियुक्ति की जाए. किसी भी बुद्धिहीन व्यक्ति को इस पद पर सिर्फ इसलिए बैठा देना कि यह किसी के पक्ष में है, अब काम नहीं चलेगा. गवर्नर का पद प्रतिष्ठा का पद होता है, इसलिए हमें उस गुण वाले लोगों की जरूरत है. 


राज्यपाल ने दिया था विवादित बयान 


गौरतलब है कि औरंगाबाद में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में एक समारोह को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने कहा था कि अगर कोई पूछता है कि आपकी मूर्ति कौन है, तो आपको किसी की तलाश में बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है. आप उन्हें यहीं पाएंगे. छत्रपति शिवाजी महाराज अब एक पुरानी मूर्ति बन गए हैं, आप नए लोगों को पा सकते हैं.  


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