मुंबई: महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के एक आदेश पर विवाद हो गया है. साकीनाका रेप केस के बाद पुलिस के साथ बैठक में उद्धव ने परप्रांतीय लोगों का ब्योरा मांगा है. आदेश में कहा गया है कि महाराष्ट्र में आने जाने वालों का रजिस्ट्रेशन होना चाहिए, वहीं, उद्धव के इस आदेश के बाद बीजेपी हमलावर है. 


बीजेपी ने उद्धव के आदेश को समाज को तोड़ने वाला बताया है. BJP विधायक अतुल भातकालकर ने कहा कि वह सीएम उद्धव ठाकरे के ख़िलाफ़ 153A के तहत आज समता नगर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाएंगे. 


बता दें कि, बीते कुछ समय में दूसरे राज्यों से महाराष्ट्र में आने वाले लोगों के नाम अलग अलग आपराधिक मामलों में सामने आए थे. जिसके बाद उद्धव ने ये आदेश दिया है. इससे पहले एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे भी इस तरह की मांग कर चुके हैं.  शिवसेना के मुखपत्र सामना में साकीनाका बलात्कार केस को लेकर विपक्ष पर हंगामा करने का आरोप लगाया था.


महिलाओं की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं : ठाकरे
ख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को जोर देकर कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपायों में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जायेगा. उन्होंने कहा कि जब कोई अपराध होता है, तो जन जागरूकता फैलाने व शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने पर बहस होती है. उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे कार्यक्रम केवल महाराष्ट्र के लोगों के लिए हैं या बाहर से राज्य में आने वालों के लिए भी होने चाहिए. गौरतलब है कि इस वारदात को अंजाम देने वाला व्यक्ति उत्तर प्रदेश के जौनपुर का निवासी बताया गया है.


दिल्ली के 'निर्भया कांड' जैसी वारदात, पीड़िता ने दम तोड़ा
पुलिस ने पहले बताया था कि मुंबई के उपनगरीय इलाके साकीनाका में एक टेम्पो के भीतर शुक्रवार तड़के महिला के साथ बलात्कार और क्रूरता की गई. उसकी शनिवार तड़के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गयी. मुंबई की इस घटना ने 2012 में दिल्ली में चलती बस में हुई ‘निर्भया’ सामूहिक बलात्कार कांड जैसी है. घटना के कुछ घंटे के बाद ही गिरफ्तार 45 वर्षीय संदिग्ध के खिलाफ दर्ज मामले में अब हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है.


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