Maharashtra Portfolio: महाराष्ट्र में कैबिनेट का विस्तार हो गया है, लेकिन विवाद अभी भी बरकरार है. सूत्रों के मुताबिक विभाग के बंटवारे को लेकर एकनाथ शिंदे और बीजेपी (BJP) में खींचतान जारी है. बताया जा रहा है कि जनता से सीधे जुड़ने वाले मंत्रालयों को बीजेपी अपने पास रखना चाहती है. महाराष्ट्र (Maharashtra) में 40 दिनों की देरी के बाद मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कैबिनेट का विस्तार किया. अब तीन दिन बीत जाने के बाद भी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जनता से सीधे कनेक्ट करने वाले विभाग बीजेपी अपने पास चाहती है. जबकि महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग जैसे मंत्रालय अपने समर्थक मंत्रियों के पास ही रहने देना चाहते हैं.
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार के बाद मतभेद बरकरार!
महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार की सबसे अधिक आलोचना मंत्रिपरिषद में किसी भी महिला को शामिल न किए जाने को लेकर भी हो रही है. बीजेपी की नेता पंकजा मुंडे ने महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान उन्हें जगह नहीं दिए जाने पर गुरुवार को अपनी नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि शायद उनमें पर्याप्त योग्यता नहीं है.
विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान!
कैबिनेट का विस्तार में भी काफी देर हुआ और उसके बाद भी अब तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारे में भी मतभेद बरकरार है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जनता से सीधे जुड़ने वाले विभाग को बीजेपी एकनाथ शिंदे खेमा को नहीं देना चाहती है. सूत्रों के मुताबिक राजस्व विभाग को लेकर भी मामला अभी फंसा हुआ है. जिसकी वजह से विभागों का बंटवारा करने में वक्त लग रहा है. डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को गृह मंत्रालय का प्रभार दिया जा सकता है. फडणवीस पहले भी गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
सीएम शिंदे के पास कौन सा विभाग?
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ अपने पास कौन सा विभाग रखेंगे, ये अभी साफ नहीं है. बताया जा रहा है कि उन्हें शहरी विकास विभाग और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम विभाग की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं. उद्धव ठाकरे की सरकार के दौरान एकनाथ शिंदे के पास लोक निर्माण विकास , शहरी विकास और एमएसआरडीसी विभाग संभाल रहे थे.
चंद्रकांत पाटिल को क्या मिलेगी जिम्मेदारी?
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र (Maharashtra) में सामाजिक न्याय विभाग सुरेश खाडे को दिया जा सकता है. ये मंत्रालय सामान्य तौर पर पिछड़े समुदाय के नेताओं को ही दिए जाने की परंपरा बनी हुई है. बीजेपी विजयकुमार गावित को जनजातीय विकास मंत्री की जिम्मेदारी दे सकती है. बीजेपी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) को भी अहम विभाग मिलने की उम्मीद है. वो फडणवीस के सीएम रहने के दौरान राजस्व एवं सहकारिता मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. बता दें कि 9 अगस्त को 18 विधायकों को मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई है, जिसमें एकनाथ शिंदे गुट (Eknath Shinde) के 9 और बीजेपी के 9 विधायक शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: