ठाणेः महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में 11 जून से 15 जून के बीच भारी से अत्यधिक भारी बारिश की भारत मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनी के मद्देनजर राज्य सरकार ने बुधवार को नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (एनडीआरएफ) से पांच तटीय जिलों में 12 टीमें भेजने का अनुरोध किया.
तटीय जिलों में तैनात NDRF की टीम
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एनडीआरएफ के कमांडेंट से 10 जून की दोपहर तक ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में टीम तैनात करने का अनुरोध किया. पालघर के जिलाधिकारी माणिक गुरसाल ने एनडीआरएफ के साथ आधिकारिक संवाद में कहा कि प्राधिकरण ने रत्नागिरी जिले में एनडीआरएफ की चार टीम और अन्य जिलों में दो-दो टीम तैनात किए जाने का अनुरोध किया है.
ताउते से हुआ था नुकसान
बता दें कि इस देश के तटीय क्षेत्रों में 'यास' और 'ताउते' के कारण काफी तबाही देखने को मिली थी. जहां चक्रवात यास का असर पूर्वी तटों पर देखने को मिला वहीं ताउते के कारण महाराष्ट्र के पालघर में एक जहाज समुंद्र के किनारे पर फंस गया था. जिससे तेल का रिसाव होने से जनजीवन पर खतरा बढ़ गया था. इस जहाज में करीब 80 हजार लीटर डीजल था. ये जहाज ताउते तूफान की वजह से एक चट्टान से टकरा गया था.
भारी बारिश से बाधित हुई मुंबई लोकल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में बुधवार को दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के दस्तक देने की घोषणा की थी. वहीं मॉनसून के कारण देश की वित्तीय राजधानी और उसके उपनगरों में सुबह भारी बारिश हुई जिससे कई स्थानों पर जलभराव हो गया और लोकल ट्रेन सेवाएं बाधित हो गई.
जलमग्न हुई पटरियां
आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी उपनगर सांताक्रूज में सुबह साढ़े 8 बजे से दोपहर ढाई बजे तक छह घंटों में 164.8 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि दक्षिण मुंबई में कोलाबा में इस दौरान 32.2 मिमी. बारिश दर्ज की गई. मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल (सीएसएमटी) से पड़ोसी ठाणे और नवी मुंबई में वाशी तक जाने वाली लोकल ट्रेन सेवाओं को, रेलवे की कुछ पटरियों के जल-भराव की वजह से पानी में डूब जाने के कारण निलंबित कर दिया गया है.
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