मुंबई: महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 21 मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के सामने चिंता और बढ़ गई है. विशेष तौर पर जिन लोगों ने वैक्सीन का डोज नहीं लिया है, ऐसे लोगों में डेल्टा का संक्रमण अधिक तेजी से फैलने की बात सामने आई है. महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट की चपेट में आकर एक मरीज की मौत हुई है.


जिन लोगों में डेल्टा प्लस का वेरिएंट मिला है. ऐसे मरीजों की पूरी जानकारी राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने ली है. जानकारी के मुताबिक जिन 21 लोगों में अब तक डेल्टा प्लस वेरिएंट का संक्रमण पाया गया है, उनमें से केवल एक व्यक्ति ने ही वैक्सीन की पहली डोज़ लगवाई थी. महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के स्टैटिस्टिक्स अधिकारी डॉ प्रदीप आमटे ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि 21 मरीजों में से केवल एक मरीज को वैक्सीन की पहली डोज लगी है. साथ ही इनमें से 4 मरीज 18 साल से कम उम्र के हैं. सभी की सेहत पर स्वास्थ्य विभाग नजर बनाए हुए है. फिलहाल घबराने जैसी कोई स्थिति नहीं है.


महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर के घटते आंकड़ों के बाद बीते हफ्ते से कोरोना के आंकड़े फिर से बढ़ने लगे हैं. सोमवार को 6270 केस के मुकाबले मंगलवार को राज्य में 8470 केस दर्ज किए गए. वहीं, बुधवार को 10065 मामले सामने आए थे. 16 जून को महाराष्ट्र में 10017 केस दर्ज होने के बाद आंकड़े 10 हजार के नीचे फिसलने लगे थे. लेकिन 23 जून को फिर एक बार महाराष्ट्र ने 10,000 का आंकड़ा पार कर दिया था. आज यानी रविवार 27 जून को 9974 मामले सामने आए हैं, जबकि 143 लोगों की कोरोना वायरस से मौत हुई है.


डेल्टा प्लस वेरिएंट के खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अनलॉक के लिए जो 5 लेवल तय किए थे. उसमें से लेवल 1 और 2 को फिलहाल सरकार ने रद्द कर दिया है. अधिकतर शहर अब केवल लेवल 3, 4 या 5 में पॉजिटिविटी रेट और ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता के हिसाब से आप आएंगे. मतलब साफ है कि पाबंदियां राज्य में और कड़ी की गई हैं.


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