Politics of Maharashtra: शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) और उनके समर्थक 50 विधायक, जिसमें 39 शिवसेना के बागी विधायक (Shiv Sena Rebel MLA) भी शामिल हैं गोवा के ताज कन्वेंशन सेंटर होटल से गोवा एयरपोर्ट के लिए निकले थे. विधायकों का ये काफिला अब मुंबई पहुंच चुका है. विधायकों के लिए मुंबई एयरपोर्ट (Mumbai Airport) पर 3 बड़ी लग्जरी बस मंगाई गई थीं.
गोवा पुलिस और गोवा की कमांडो यूनिट के बीच गाड़ियों का काफिला निकला. इस काफिले में कुल 3 बसें थीं, जबकि बसों के आगे पीछे गोवा पुलिस के अधिकारी अपना सुरक्षा घेरा बनाए हुए थे. इसके पहले गोवा के होटल को हाई-सिक्योरिटी जोन में तब्दील कर दिया गया था. इस होटल में जाने वालों के एंट्री गेट पर पूरी तरह से जांच की जा रही थी. शिवसेना विधायकों ने इसके पहले गुवाहाटी छोड़ने से पहले कामाख्या देवी के प्रसिद्ध मंदिर में दर्शन किये थे. आपको बता दें कि इन विधायकों ने पिछले एक सप्ताह से भी ज्यादा समय से यहां पर डेरा डाल रखा था.
12 दिनों के बाद घर वापसी करेंगे विधायकये 50 बागी विधायक जिसमें शिवसेना के 39 विधायक शामिल हैं 12 दिनो के बाद अपने-अपने घरों को वापसी करेंगे. इसके पहले 21 जून को शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे 20 शिवसेना विधायकों के साथ पार्टी से बगावत कर पहले सूरत और फिर बाद में गुवाहाटी निकल गए. वहां से बागी विधायकों की संख्या लगातार बढ़ती रही और ये 50 तक जा पहुंची. इस दौरान शिवसेना नेता लगातार इन विधायकों के ऊपर वापस लौटने का दबाव बनाते रहे. शिवसेना के राज्यसभा सांसद ने तो हद ही पार कर दी थी उन्होंने यहां तक कह दिया था कि अब इन विधायकों के शव वापस आएंगे. हालांकि बाद में उन्होंने इसका सुधार किया और अपने बयान में सुधार किया. वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे तक ने इन विधायकों को लेकर कई बयानबाजियां की जो किसी भी सूरत में ठीक नहीं थी.
असली शिवसेना के लिए कानूनी लड़ाई की तैयारीएकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने उद्धव ठाकरे को चेतावनी देते हुए कहा है कि आप एकनाथ शिंदे को लेकर अपना फैसला वापस लें नहीं तो हम कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हैं. आपको बता दें कि एक जुलाई को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे को शिवसेना नेता के पद से हटा दिया था. केसरकर की ये धमकी एक तरह से इस बात का दावा करती है कि असली शिवसेना को लेकर अगर शिंदे गुट कोर्ट गया तो कहीं उद्धव ठाकरे को पार्टी ही हाथ से न गंवानी पड़ जाए क्योंकि शिवसेना के दो तिहाई से ज्यादा विधायक अब शिंदे गुट के साथ हैं.
शिंदे गुट के प्रवक्ता केसरकर ने कही थी बातइसके पहले शुक्रवार को शिवसेना के शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने कहा था कि मैं स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि किसी को मंत्री पद देने पर कोई चर्चा नहीं हुई है और हममें से किसी ने भी कोई मंत्री पद मांगा भी नहीं है. अब हम शिवसेना के विधायक दल हैं और पहले पार्टी के नियमों के अनुसार ऐसा हुआ करता था कि जब पार्टी निर्णय लेती है तो सभी उसे स्वीकार करते हैं, लेकिन अब शिंदेसाहेब इसे बहुत ही लोकतांत्रिक तरीके से करेंगे. अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उन्होंने कहा कि फैसला लेने से पहले वह हम सभी से चर्चा करेंगे. केसरकर ने यह भी कहा कि कुछ नाम केवल विधायकों के बीच दरार पैदा करने के लिए उड़ाए जा रहे हैं.
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