Dushyant Gautam on Mahakumbh 2025: 45 दिनों तक चले महाकुंभ का समापन हो गया है और इस दौरान 66 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने प्रयाग पहुंचकर पवित्र नदी में स्नान किया. महाकुंभ के समापन के मौके पर प्रधानमंत्री ने भी एक लेख साझा करते हुए महाकुंभ के अद्भुत अलौकिक माहौल का वर्णन किया तो साथ ही इस महाकुंभ से कैसे देश को विकसित भारत बनाने में मदद मिलेगी, इस बात का भी जिक्र किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिखे गए लेख पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने वही सब लिखा है, जो हम सब महसूस करते रहे हैं. देश का प्रत्येक देशवासी, जो वहां पर पहुंचा और जिसने श्रद्धा की डुबकी लगाई, उसकी भावनाओं को प्रधानमंत्री ने अपने लेख के माध्यम से सबके सामने रखा है. दुष्यंत गौतम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात का जिक्र किया है कि इस महाकुंभ में श्रद्धालु जाति समुदाय भूलकर हर कोई सनातन की भावना के साथ में प्रयाग पहुंचा और पवित्र नदी में स्नान किया.
राहुल गांधी चुनावी हिंदू
दुष्यंत गौतम ने समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह की ओर से राहुल गांधी पर किए गए हमले पर जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी सिर्फ चुनावी हिंदू रहे हैं. वह सिर्फ हिंदू के नाम पर राजनीति करते हैं, लेकिन असल मायने में वह मुसलमान हैं या क्रिश्चियन हैं. यह तो उनको ही पता होगा, लेकिन वह सिर्फ चुनावी हिंदू बनते हैं. समाजवादी पार्टी नेता आईपी सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी को सनातन धर्म की परंपरा और संस्कृति का घोर विरोधी बता दिया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खुद को हिंदू बताते हैं, लेकिन रायबरेली आने के बावजूद उन्होंने कुंभ में स्नान नहीं किया
डीके शिवकुमार ने सुनी अंतरआत्मा की आवाज
वहीं दुष्यंत गौतम ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बयान पर कहा कि अच्छा है कि डी के शिवकुमार ने अपने अंतरात्मा की आवाज सुनी, क्योंकि उनकी पार्टी के नेता तो सिर्फ हिंदुओं के नाम पर राजनीति करते हैं. अच्छी बात है कि डीके शिवकुमार सनातन का सम्मान करते हैं. इससे पहले कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा, "मैं हिंदू पैदा हुआ हूं, हिंदू ही मरूंगा."
बीते रोज बुधवार (26 फरवरी, 2025) एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीके शिवकुमार ने कहा, "मैंने कुंभ मेले में हिस्सा लिया और मेरी आस्था है कि मैं हिंदू पैदा हुआ हूं, हिंदू ही मरूंगा, लेकिन मैं सभी धर्मों का सम्मान करता हूं." इस दौरान डीके शिवकुमार ने कुंभ मेले के आयोजन के बारे में भी बात की और इसकी सराहना करते हुए कहा कि कुंभ मेले में आना एक अच्छा अनुभव रहा. उन्होंने इस बात की सराहना की कि इसका प्रबंधन बहुत अच्छे तरीके से किया गया.
महाकुंभ को लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच बहस
फिलहाल महाकुंभ का समापन हो चुका है, लेकिन इसको लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच राजनीतिक बयानबाजी लगातार जारी है, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि यह महाकुंभ एक ऐसा कार्यक्रम रहा है, जिसमें देश की लगभग आधी आबादी ने संगम तट पहुंच कर आस्था की डुबकी लगाई है और यही इस महाकुंभ को देश नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बनता है. ऐसा आयोजन, जो इससे पहले ना कभी हुआ था और भविष्य में कब होगा इसके बारे में किसी के पास कोई जवाब नहीं.
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