Education Ministry on Sam Pitroda: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार (26 फरवरी, 2025) को कांग्रेस के सीनियर नेता सैम पित्रोदा की ओर से वेबकास्ट में लगाए गए उन दावों को खारिज किया, जिसमें उन्होंने यह आरोप लगाया था कि आईआईटी रांची के छात्रों के साथ उनके वर्चुअल संवाद के दौरान आपत्तिजनक सामग्री चलाई गई थी. 

शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि सैम पित्रोदा ने 22 फरवरी को यह दावा किया था कि वह IIT रांची में सैकड़ों छात्रों को संबोधित कर रहे थे और किसी ने हैकिंग के जरिए कुछ आपत्तिजनक सामग्री चलानी शुरू कर दी, जिसके कारण पूरा कार्यक्रम बाधित हो गया. अब शिक्षा मंत्रालय ने बयान जारी किया है, जिसमें यह कहा गया कि यह स्पष्ट किया जाता है कि रांची में कोई IIT नहीं है, इसलिए उसे वीडियो में दिया गया बयान न केवल बेसलेस है, बल्कि अज्ञानता से भरा हुआ है. शिक्षा मंत्रालय ने यह तक कह दिया कि वह इस बयान की निंदा करता है और दोहराता है कि इस प्रमुख संस्थान की छवि को खराब करने के ऐसे किसी भी प्रयास के लिए कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

IIT बोला- ‘हमने तो नहीं बुलाया’

शिक्षा मंत्रालय ने कहा, “रांची में एक भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) है और रांची आईआईआईटी ने भी इसकी पुष्टि की है कि सैम पित्रोदा को इंस्टीट्यूशन की ओर से किसी भी सेमिनार में बोलने के लिए इनवाइट नहीं किया गया. चाहे वह शारीरिक रूप से हो या वर्चुअल रूप से.” 

IIIT की छवि खराब करने की कोशिश वाले लग रहे ये बयान

शिक्षा मंत्रालय ने कहा ऐसे लापरवाह बयान देश के एक बेहद प्रतिष्ठित संस्थान आईआईटी की छवि को खराब करने की कोशिश लग रहे हैं. आईआईटी समय की कसौटी पर खरा उतरा है और देश के प्रभावशाली लोग यहां से पढ़ कर निकले हैं. ऐसे अज्ञानी व्यक्ति के विपरीत IIT की रेप्यूटेशन छात्रों, शिक्षकों, शिक्षाविदों की योग्यता और कड़ी मेहनत और उपलब्धि पर बनी है.” 

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