Shivraj Singh Chouhan Future: मध्य प्रदेश में मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. इस तरह शिवराज युग का अंत ह गया है. अब सबकी नजर शिवराज सिंह चौहान पर है. आखिर उनके मन में क्या है, क्या मामा सियासत से संन्यास लेने की स्क्रिप्ट लिख रहे हैं. शिवराज सिंह ने दो दिन में जिस तरह के दो अलग-अलग बयान दिए हैं. उसने राजनीतिक पंडितों को सोचने पर मजबूर कर दिया है.


दरअसल, तीन दिसंबर को जब विधानसभा चुनाव के नतीजे आए और मध्य प्रदेश में बीजेपी को सत्ता मिली तो उम्मीद की जा रही थी कि इस बंपर जीत का इनाम मामा को मिलेगा और वह सीएम की कुर्सी पर बने रहेंगे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया.


अचानक बदल गया शिवराज सिंह का हाव-भाव 


सीएम के चयन तक शिवराज जी-जान से मैदान पर काम कर रहे थे. वह 2024 की तैयारी की भी बात कह रहे थे, लेकिन जब से मोहन यादव के नाम का ऐलान हुआ है, तब से उनके हाव-भाव बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. यह बदलाव पिछले तीन दिनों में साफ तौर पर देखनो को मिला है. उनकी तरफ से दिए गए दो बयानों के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.


शिवराज सिंह चौहान ने दो दिन में दिया है ये बयान


शिवराज सिंह चौहान ने 13 दिसंबर को मीडिया से बातचीत के दौरान दिल्ली न जाने के सवाल पर कहा था कि, मांगने से बेहतर मर जाना है. इसके बाद बुधवार (14 दिसंबर) को मोहन यादव के शपथ ग्रहण की तैयारी से ठीक पहले शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया को “विदा... रख दी चदरिया” वाला बयान देकर सबको चौंका दिया.


मामा के भविष्य को लेकर उठ रहे ये सवाल


शिवराज के इन दो बयानों के बाद सवाल उठ रहा है कि, क्या शिवराज सियासत से संन्यास लेने का मन बना रहे हैं? क्या शिवराज अब सक्रिय राजनीति से दूरी बनाना चाहते हैं?  क्या शिवराज केंद्रीय राजनीति में नहीं जाएंगे?


संन्यास से अलग ये हो सकता है भविष्य


शिवराज सिंह चौहान अगर राजनीति से संन्यास नहीं लेते हैं तो उनके पास केंद्र की राजनीति का ही विकल्प बचता है. 64 साल के शिवराज सिंह चौहान चार बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं. वह बीजेपी के पुराने नेताओं में से एक हैं. इनकी छवि डाउन टु अर्थ वाली है. ऐसे में चर्चा है कि पार्टी शिवराज को राष्ट्रीय राजनीति में लाकर लोकसभा चुनाव 2024 में उनकी लोकप्रियता का फायदा उठा सकती है. उन्हें केंद्र में मंत्री बनाने की चर्चा भी चल रही है. इसके अलावा राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा है कि शिवराज सिंह चौहान को जेपी नड्डा के बाद पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष बना सकती है.


ये भी पढ़ें


JP Nadda: बीजेपी कैसे चुनती है सीएम पद के उम्मीदवार, विष्णुदेव, मोहन और भजन लाल क्यों बने मुख्यमंत्री? नड्डा ने बताया राज