भोपाल: मध्य प्रदेश में आगामी 4 सीटों पर होने जा रहे हो चुनाव की तैयारियां कांग्रेस ने जोर-शोर से शुरू कर दी हैं. प्रत्याशी चयन के फॉर्मूले और चुनाव जीतने की रणनीति को लेकर आज एक अहम बैठक पीसीसी चीफ कमलनाथ के निवास पर आयोजित की गई. जिसमें प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक भी मौजूद रहे.


बैठक में कांग्रेस नेताओं और पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कमलनाथ ने कहा कि कोई भी नेता बहुत अधिक पुलिंग की जिम्मेदारी ना ले बल्कि कम संख्या में बूथ पर अपनी पकड़ बनाए ताकि जमीनी स्तर पर बेहतर काम हो सके. उन्होंने नेताओं को हवाबाजी से बचते हुए चुनाव की शुरुआत से लेकर अंत तक जमीनी स्तर पर काम करने की सलाह दी. साथ ही कमलनाथ ने यह भी साफ कर दिया कि सर्वे के आधार पर ही टिकट वितरण किया जाएगा.


बूथ और मंडल सेक्टर पर फोकस


कांग्रेस का एक बार फिर बूथ और मंडल सेक्टर पर मजबूती के साथ काम करने पर फोकस है. कांग्रेस की कोशिश है कि दमोह चुनाव के परिणाम को इन चारों सीटों पर दोहराया जाए. खंडवा लोकसभा सीट के साथ रेगांव, पृथ्वीपुर और जोबट विधानसभा क्षेत्र से आए हुए टिकट के दावेदारों ने भी इस दौरान कमलनाथ से मुलाकात की. बैठक में पार्टी पदाधिकारी और संबंधित जिले के प्रभारियों से भी फीडबैक लिया गया. कमलनाथ ने उपचुनाव वाले क्षेत्रों से आए नेताओं से वन टू वन चर्चा भी की.


हालांकि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और खंडवा सीट से प्रबल दावेदार अरुण यादव की बैठक में गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही. इस बैठक के दौरान खंडवा सीट से प्रबल दावेदार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के बैठक में ना पहुंचने पर तंज कसते हुए सज्जन वर्मा ने कहा कि उनके पास हजारों एकड़ जमीन है और कॉलेज भी हैं. इसके चलते कुछ व्यस्तता रही होगी. वहीं बैठक में शामिल हुए विधायक विपिन वानखेड़े ने बताया कि कमलनाथ ने नेताओं से जमीनी स्तर पर बेहतर काम करने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि हवाई राजनीति से बचा जाए और चुनाव के अंत तक कड़ी मेहनत करें.


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