नई दिल्ली: कानून की आंख में धूल झोंककर भागे स्वामी नित्यानंद की तलाश के लिए विदेश मंत्रालय ने अपने सभी दूतावासों को 'लुकआउट नोटिस' जारी कर दिया है. सरकार ने अपने सभी मिशन व पोस्ट से स्वामी नित्यानंद के बारे में खबर देने और स्थानीय सरकारों को उसके बारे में जानकारी साझा करने के लिए भी कहा है. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता के मुताबिक इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है कि नित्यानंद कहां है. लेकिन कुछ रोज पहले दुनिया के अलग-अलग देशों में मौजूद भारत के सभी दूतावासों व मिशनों को स्वामी नित्यांनंद के कई अपराधिक मामलों में वांछित होने के बारे में बता दिया गया है. ताकि यदि उन्हें इस बारे में कोई भी सूचना मिले तो वो बता सकें. साथ ही विदेशी सरकारों को भी इस बारे में जानकारी साझा कर सकें.


इस बीच भगोड़े स्वामी नित्यानंद के नया देश घोषित करने की खबरों पर भारत सरकार ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि इस तरह की बातें टिप्पणी योग्य भी नहीं हैं. विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा कि वेबसाइट बनाना और एक स्वतंत्र देश की स्थापना करना दो अलग-अलग बातें हैं. किसी भी देश के गठन की एक अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया है. महज वेबसाइट बनाकर घोषणा करने से देश नहीं बन जाता.


हालांकि विदेश मंत्रालय ने नित्यानंद के बारे में किसी भी एजेंसी से प्रत्यर्पण आवेदन प्राप्त होने से इनकार किया है. मंत्रालय प्रवक्ता के अनुसार नित्यानंद का पासपोर्ट पहले ही रद्द किया जा चुका है. साथ ही उसकी तरफ से नए पासपोर्ट के आग्रह को भी रोक दिया था. महत्वपूर्ण है कि स्वामी नित्यानंद को अक्टूबर 2008 में पासपोर्ट जारी किया गया था. मगर उसे वैधता की मियाद खत्म होने से पहले ही रद्द कर दिया गया था.


इक्वाडोर ने कहा हमारे यहां नहीं है नित्यानंद


इस बीच इक्वाडोर सरकार ने अपने क्षेत्राधिकार में स्वामी नित्यानंद के होने से इनकार कर दिया है. भारत में इस दक्षिण अमेरिकी देश के दूतावास ने बयान जारी कर कहा है कि स्वामी नित्यानंद ने इक्वाडोर में अथवा उसके निकट या दूर कोई द्वीप नहीं खरीदा है. हालांकि इक्वाडोर सरकार ने माना है कि स्वामी नित्यानंद ने इंटरनेशनल पर्सनल प्रोटेक्शन मांगा था जिसे खारिज कर दिया गया है. इसके बाद नित्यानंद इक्वाडोर छोड़कर चला गया.


गौरतलब है कि दुष्कर्म और धोखाधड़ी के मामलों में वांछित स्वामी नित्यानंद ने एक वेबसाइट बनाकर इक्वाडोर के करीब एक द्वीप पर एक नया हिंदू राष्ट्र बनाने की घोषणा की है. इस कथित देश के लिए नित्यानंद ने नया झंडा, पासपोर्ट और राजचिह्न भी जारी किया है. हालांकि इक्वाडोर के इनकार के बाद यह स्पष्ट नहीं है कि यह द्वीप देश कहां है.


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