Arun Goel Resign: देश लोकसभा चुनाव 2024 की दहलीज पर खड़ा है, वहीं चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने शनिवार (09 मार्च) को इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया. इससे पहले चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय का भी कार्यकाल खत्म हो गया था. अब इलेक्शन कमीशन के पैनल में सिर्फ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ही बचे हैं. दरअसल, कमीशन पैनल में सीईसी समेत तीन आयुक्त होते हैं और अरुण गोयल के इस्तीफे और अनूप पांडेय के रिटायरमेंट के बाद अब पूरी जिम्मेदारी राजीव कुमार के कंधों पर है.


बाकी बचे दो पदों को कब भरा जाएगा, इसकी कोई जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है. चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति अब हाल ही में पारित नए कानून के मुताबिक होगी. जिसका चयन प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और एक केंद्रीय मंत्री की समिति मिलकर तय करेगी. इससे पहले इन पदों की नियुक्ति सरकार सीधे तौर पर अपने विवेक के मुताबिक करती थी.


पिछले पांच लोकसभा चुनावों के दौरान सीईसी और चुनाव आयुक्त


इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट के मुताबिक, साल 2000 से लेकर 2019 तक की बात की जाए तो इस दौरान 13 मुख्य चुनाव आयुक्त और एक चुनाव आयुक्त रहे हैं. 30 सितंबर 1999 के बाद से इलेक्शन कमिश्नर का पद 22 अक्टूबर 2018 तक खाली रहा. 23 अक्टूबर 2018 को अशोक लावसा ने बतौर चुनाव आयुक्त ज्वाइन किया. 


2000 से लेकर 2019 तक कौन-कौन रहे मुख्य चुनाव आयुक्त


1. डॉ. एमएस गिल


साल 1999 में जब लोकसभा चुनाव हुआ था तो उस समय मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एमएस गिल थे. उन्हें 12 दिसंबर 1996 को सीईसी बनाया गया था और 13 जून 2001 तक वो इस पद पर रहे.


2. जेएम लिंगडोह


इसके बाद 14 जून 2001 को जेएम लिंगडोह ने इस पद को संभाला और वो 7 फरवरी 2004 तक सीईसी रहे.


3. टीएस कृष्णमूर्ति


8 फरवरी 2004 को सरकार ने टीएस कृष्णमूर्ति को मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया और वो 15 मई 2005 तक इस पद पर रहे. साल 2004 में हुए लोकसभा चुनाव टीएस कृष्णमूर्ति की देखरेख में कराए गए थे.


4. बीबी टंडन


टीएस कृष्णमूर्ति के बाद 16 मई 2005 को बीबी टंडन को इस पद की जिम्मेदारी दी गई. वो 29 जून 2006 तक सीईसी रहे.


5. एन गोपालस्वामी


इसके बाद 30 जून 2006 को एन गोपालस्वामी चीफ इलेक्शन कमिश्नर बनाए गए, जो 20 अप्रैल 2009 तक इस पद पर रहे. साल 2009 में लोकसभा चुनाव इन्ही की देखरेख में हुए.


6. नवीन बी चावला


एन गोपालस्वामी के बाद नवीन बी चावला को ये जिम्मेदारी दी गई. वो 21 अप्रैल 2009 से 29 जुलाई 2010 तक इस पद पर रहे.


7. डॉ. एसवाई कुरैशी


इसके बाद डॉ. एसवाई कुरैशी को मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया. उन्होंने 30 जुलाई 2010 से 10 जून 2012 तक इस पद को संभाला.


8. वीएस संपत


एसवाई कुरैशी के बाद ये पद वीएस संपत के पास रहा, जिन्होंने 11 जून 2012 से 15 जनवरी 2015 तक इस पद को संभाला. साल 2014 का लोकसभा चुनाव वीएस संपत की निगरानी में कराया गया था.


9. एचएस ब्रह्मा


वीएस संपत के बाद एचएस ब्रह्मा को 16 जनवरी 2015 को मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया. वो 18 अप्रैल 2015 तक इस पद पर रहे.


10. डॉ. नासिम जैदी


एसएच ब्रह्मा के 4 महीने कार्यकाल के बाद डॉ. नासिम जैदी को 19 अप्रैल 2015 को ये जिम्मदारी दी गई, जिन्होंने 05 जुलाई 2017 तक इसे निभाया.


11. एके जोति


6 जुलाई 2017 को एके जोति को मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया जो 22 जनवरी 2018 तक इस पद पर रहे.


12. ओपी रावत


इसके बाद 23 जनवरी 2018 से 01 दिसंबर 2018 तक ओपी रावत मुख्य चुनाव आयुक्त रहे.


13. सुनील अरोड़ा


02 दिसंबर 2018 से 12 अप्रैल 2021 तक सुनील अरोड़ा चीफ इलेक्शन कमिश्नर रहे. इन्हीं की निगरानी में 2019 का लोकसभा चुनाव भी हुआ.


अरुण गोयल ने चुनाव आयुक्त के पद से क्यों दिया इस्तीफा?


एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अरुण गोयल ने व्यक्तिगत कारणों की वजह से ये इस्तीफा दिया है. रिपोर्ट में इस बात का भी दावा किया गया कि सरकार ने उन्हें पद छोड़ने से रोकने की कोशिश भी की. पहले जानकारी सामने आई थी कि उन्होंने स्वास्थ्य संबंधित चिंताओं की वजह से इस्तीफा दिया जिसे अधिकारियों ने खारिज करते हुए कहा कि वो बिल्कुल स्वस्थ हैं. चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि सीईसी राजीव कुमार और अरुण गोयल के बीच फाइल को लेकर मतभेद हैं.


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