Opposition Parties-NDA Meeting: देश में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्षी दलों ने बिगुल फूंक दिया है. मंगलवार (18 जुलाई) को बेंगलुरु में एकजुट हुए विपक्षी दलों ने महागठबंधन की घोषणा करते हुए उसे इंडिया (INDIA) नाम दिया. जबकि दिल्ली में बीजेपी (BJP) ने एनडीए (NDA) की बैठक में शक्ति प्रदर्शन किया. इस दौरान पीएम मोदी (PM Modi) ने विपक्ष के गठजोड़ पर तीखा हमला करते हुए एनडीए में नए दलों का स्वागत किया. 


1. विपक्षी पार्टियों की मंगलवार को बेंगलुरु में औपचारिक बैठक हुई. इस मीटिंग में 26 दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया. इस बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए ये महत्वपूर्ण बैठक हुई. जिसमें देशहित में हम एक साथ आये हैं. हमारे गठबंधन को 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) कहा जाएगा. ये हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है कि समान विचारधारा वाली सभी 26 पार्टियां एक साथ आई हैं. 


2. अगली बैठक की घोषणा करते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अब 11 सदस्यीय समन्वय समिति गठित की जायेगी. विपक्ष की अगली बैठक मुंबई में होगी, जिसकी तारीख जल्द घोषित की जाएगी. समन्वय समिति के सदस्य विपक्ष के नेता का नाम तय करेंगे. उन्होंने एनडीए की बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि 30 दलों के साथ बैठक, मैंने भारत में इतनी पार्टियों के बारे में नहीं सुना. पहले उन्होंने कोई बैठक नहीं की, लेकिन अब वे एक-एक करके एनडीए दलों के साथ बैठक कर रहे हैं. पीएम मोदी अब विपक्षी दलों से डर रहे हैं. 




3. विपक्ष की बैठक के बाद हुई संयुक्त पीसी में राहुल गांधी ने कहा कि ये लड़ाई एनडीए और इंडिया के बीच है. ये लड़ाई नरेन्द्र मोदी और इंडिया के बीच है. बीजेपी की विचारधारा और इंडिया के बीच की लड़ाई है. ये लड़ाई देश के लिए है इसलिए हमने इंडिया नाम चुना. आप जानते हैं कि जब भी कोई इंडिया के सामने खड़ा होता है, तो जीत किसकी होती है. विपक्ष के गठबंधन का नाम इंडिया रखने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी चीफ ममता बनर्जी ने सुझाव दिया था. ममता बनर्जी ने कहा कि हमारे गठबंधन में 26 पार्टियां हैं. क्या एनडीए या बीजेपी इंडिया को चुनौती दे सकती है? इंडिया को बचाना है, देश को बचाना है. भारत जीतेगा, इंडिया जीतेगा, देश जीतेगा, बीजेपी हारेगी.  


4. इस गठबंधन से जुड़े 26 राजनीतिक दलों ने सामूहिक संकल्प भी लिया. जिसमें कहा गया कि हम भारत के 26 प्रगतिशील दलों के नेता, संविधान में निहित भारत के विचार की रक्षा के लिए अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त करते हैं. हम संविधान और निर्वाचित राज्य सरकारों के संवैधानिक अधिकारों पर जारी हमले का मुकाबला करने और उनका सामना करने के लिए दृढ़ हैं. हम राष्ट्र के सामने एक वैकल्पिक राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक एजेंडा पेश करने का संकल्प लेते हैं. 




5. विपक्षी दलों की पीसी में शिवसेना (यूबीटी) के चीफ उद्धव ठाकरने कहा कि हम सभी इंडिया के लिए लड़ रहे हैं. हमारी लड़ाई तानाशाही के खिलाफ है, इसलिए हम साथ आए हैं. हम देश की जनता से कहते हैं कि आप डरो मत, हम हैं ना. इस तानाशाह सरकार के खिलाफ हम लड़ेंगे. वहीं ल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज 26 पार्टियां अपने लिए एकत्रित नहीं हुई हैं, हमें एक तरफ देश को नफरत से बचाना है और दूसरी तरफ एक नए भारत का सपना लेकर हम सब इकट्ठा हुए हैं. 


6. एक तरफ जहां बेंगलुरु में विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन की घोषणा की तो दूसरी तरफ दिल्ली में बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की बैठक हुई. जिसमें सत्ताधारी गठबंधन ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. इस बैठक में 38 दलों ने हिस्सा लिया. पीएम मोदी भी इस बैठक में शामिल हुए. उन्होंने सभी नेताओं से एक-एक कर मुलाकात की. एनडीए में शामिल हुए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री के पैर छुए जिसके बाद पीएम मोदी ने उन्हें गले लगा लिया. 




7. एनडीए की बैठक में बीजेपी के अलावा, शिवसेना (एकनाथ शिंदे), एनसीपी (अजित पवार गुट), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (पशुपति कुमार पारस), अन्नाद्रमुक, अपना दल (सोनेलाल), नेशनल पीपुल्स पार्टी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन, सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, मिजो नेशनल फ्रंट, इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा, नगा पीपुल्स फ्रंट, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) और हरियाणा की जननायक जनता पार्टी समेत अन्य दलों के नेता शामिल हुए.


8. मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने एनडीए का नया मतलब बताया और विपक्ष पर जमकर हमला बोला. पीएम ने एनडीए के नए साथियों का स्वागत करते हुए कहा कि एनडीए का मतलब है एन से न्यू इंडिया, डी से डेवलप्ड नेशन, ए से एस्पिरेशन ऑफ पीपल यानि लोगों की आकांक्षा. आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को एनडीए पर भरोसा है. एनडीए के लिए राष्ट्र पहले है, राष्ट्र की सुरक्षा पहले है, प्रगति पहले है और लोगों का सशक्तिकरण पहले है. एक तरह से एनडीए अटल जी की एक ओर विरासत है जो हमें जोड़े हुए है. एनडीए के निर्माण में आडवाणी जी ने भी बहुत अहम भूमिका निभाई थी और वो आज भी हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं. 




9. विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम जब विपक्ष में थे तब भी हमने सकारात्मक राजनीति की, हमने कभी नकारात्मक राजनीति नहीं की. हमने विपक्ष में रहकर सरकारों का विरोध किया, उनके घोटालों को सामने लाए लेकिन जनादेश का अपमान नहीं किया और न ही विदेशी ताकतों की मदद मांगी. जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी से होता है, जब गठबंधन भ्रष्टाचार के इरादे से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो तो वह गठबंधन देश को बहुत नुकसान पहुंचाता है. वो कभी सफल नहीं होंगे.


10. पीएम मोदी ने आगे कहा कि जनता देख रही है कि ये पार्टियां क्यों इकट्ठा हो रही हैं. जनता ये भी जान रही है कि ऐसा कौन सा गोंद है जो इन पार्टियों को जोड़ रहा है. किस तरह छोटे-छोटे स्वार्थ के लिए मूल्यों और सिद्धांतों से समझौता किया जा रहा है. केरल में लेफ्ट और कांग्रेस में लड़ाई हो रही है और बेंगलुरु में ये साथ बैठे हैं. बंगाल में कांग्रेस और लेफ्ट के लोगों को टीएमसी के लोग रहे हैं, लेकिन इनके शीर्ष नेता कुछ नहीं कहते. पीएम ने कहा कि ये लोग तोड़ते हैं, हम जोड़ते हैं. 


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