Narendra Modi ANI Interview: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि उनके पास देश के लिए बड़ी योजनाएं हैं. ऐसे में किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है. उनके निर्णय किसी को डराने और दबाने के लिए नहीं हैं. वे देश के समग्र विकास के लिए हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने बातें समाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू के दौरान कहीं. सोमवार (15 अप्रैल, 2024) को प्रसारित किए गए साक्षात्कार के दौरान पीएम कहते नजर आए- देश के युवाओं के एसपिरेशंस (आकांक्षाओं) को मैं बिगाड़ना नहीं चाहता. मैं नहीं मानता हूं कि मैंने सब कुछ कर लिया है. अभी बहुत कुछ है, जो मुझे करना है. जो हुआ है वह ट्रेलर है. मैं बहुत अधिक करना चाहता हूं.
सनातन के अपमान पर Congress को घेर लिया
द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (डीएमके) की 'सनातन विरोधी' टिप्पणी और उस पर जनता के आक्रोश पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "कांग्रेस से पूछा जाना चाहिए कि सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ बैठना उनकी क्या मजबूरी है? कांग्रेस की मानसिकता में ये कौन सी विकृति है?"
'एक झटके में गरीबी मिटा दूंगा' पर राहुल गांधी को लपेटा
इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भी हमलावर होते हुए दिखे. वह बोले- दुर्भाग्य से हमारे यहां शब्दों के प्रति कोई जिम्मेदारी ही नहीं है. मैंने एक नेता को कहते हुए सुना 'एक झटके में मैं गरीबी हटा दूंगा.' जिन्हें पांच से छह दशक तक देश पर राज करने को मिला और वे कहते हैं कि मैं एक झटके में गरीबी हटा दूंगा, उन्हें सुनकर लोग सोचते हैं कि ये क्या बोल रहे हैं. हम 'प्राण जाए पर वचन न जाए' की महान परंपरा से निकले हैं. नेताओं को जिम्मेदारी लेनी चाहिए. आज हम जो कहते हैं उस पर लोगों को भरोसा है."
राम का जिक्र कर विविधता को बताया देश की ताकत
उत्तर-दक्षिण के कथित विभाजन पर पीएम मोदी ने बताया, "रत को टुकड़ों में देखना भारत के प्रति नासमझी का परिणाम है. अगर आप हिंदुस्तान में देखें प्रभु राम के नाम से जुड़े हुए गांव सबसे ज्यादा कहां है? तो वह तमिलनाडु में हैं. अब आप इसको कैसे अलग कर सकते हैं. विविधता हमारी ताकत है, हमें इसका जश्न मनाना चाहिए."
कांग्रेस के आरोप पर कि '400 पार से संविधान रद्द हो जाएगा' पर प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, "जो व्यक्ति UN में जाकर दुनिया की सबसे पुरानी भाषा तमिल भाषा का गुणगान करता है, किस आधार पर उस व्यक्ति पर आप ऐसे आरोप कैसे लगा सकते हैं? समस्या उनमें (विपक्ष) है, वे देश को एक ही सांचे में ढालना चाहते हैं. हम विविधता की पूजा करते हैं. हम इसका जश्न मनाते हैं."
लोकसभा चुनाव 2024 पर क्या बोले नरेंद्र मोदी?
प्रधानमंत्री यह भी बोले- 2047 देश की आजादी के 100 साल होंगे. ऐसे जो माइलस्टोन (मील के पत्थर) होते हैं, वे लोगों में उत्साह भरते हैं. इस 25 साल का सर्वाधिक उपयोग कैसे करें. भारत की आजादी के 100 साल भारत में एक प्रेरणा जगनी चाहिए. दूसरा है 2024, चुनाव का क्रम है. वह आया हुआ क्रम है. ये दूसरी चीज है. लोकतंत्र में चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए. इसे उत्सव के रूप में मनाना चाहिए. चुनाव का महौल अगर हम लोकोत्सव में बदल दें तो यह संस्कार बन जाएगा. लोकतंत्र हमारी रगों में और हमारे संस्कार में होना चाहिए.
"गुजरात में था तब से इस दिशा में कर रहा हूं काम"
एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश से पीएम ने आगे कहा- मैं आज यह सब कर रहा हूं ऐसा नहीं है. मैं जब गुजरात में था तब भी मैं इस दिशा में काम कर रहा था. कांग्रेस और भाजपा का कार्यकाल, उनका पां से छह दशक का काल मेरा 10 साल का काम...मुझे 10 साल में दो साल तो कोविड की लड़ाई में जाना पड़ा. सर्वसमावेशी विकास की बात करें तो मुझे अगले कार्यकाल में गति भी बढ़ानी है और स्केल भी बढ़ाना है. दुर्भाग्य से पहले की राजनीतिक शक्ति परिवार को मजबूत बनाने में लगती थी.
'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के सवाल पर आया यह जवाब
इंटरव्यू में पीएम मोदी ने एक राष्ट्र, एक चुनाव पर भी बयान दिया. वह बोले, "एक राष्ट्र एक चुनाव हमारी प्रतिबद्धता है. कई लोगों ने समिति को सुझाव दिए हैं. बहुत सकारात्मक और नवोन्मेषी सुझाव आए हैं. अगर हम इस रिपोर्ट को लागू कर पाए तो देश को बहुत फायदा होगा." वह आगे बोले- मेरा लक्ष्य अगले कार्यकाल में देश में विकास की गति और पैमाने को बढ़ाना है.
राम मंदिर के सवाल पर पूछा- राजनीतिकरण किसने किया?
राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी के फायरब्रांड नेता बोले- इस मुद्दे का राजनीतिकरण किसने किया? वोटबैंक की राजनीति को मजबूत करने के लिए इस मुद्दे को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया गया और बार-बार इसे भड़काया गया. जब यह मामला अदालत में चल रहा था तब कोशिश की गई कि फैसला ना आए. उनके(विपक्ष) लिए यह एक राजनीतिक हथियार था. अब राम मंदिर बन गया तो उनके हाथ से यह मुद्दा ही चला गया है."
इलेक्टोरल बॉन्ड्स पर बोले PM- खत्म करने पर चल रही थी चर्चा
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