UPA Alliance: पिछले 9 सालों से केंद्र के साथ-साथ कई राज्यों की सत्ता से बाहर कांग्रेस वापसी करने के लिए भरसक प्रयास कर रही है. फिर चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दों पर घेरना हो, पार्टी के अध्यक्ष की कमान गांधी परिवार से बाहर मल्लिकार्जुन खरगे के हाथों में देना या फिर राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए इस बार कांग्रेस पार्टी बदलाव के साथ मैदान में उतरने की तैयारी में है.


इन सबके बीच लोकसभा चुनाव को लेकर एक सर्वे सामने आया है जो कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व वाले यूपीए के लिए चिंता का विषय हो सकता है. इस सर्वे के आंकड़ों पर गौर किया जाए तो यूपीए गठबंधन इस बार के लोकसभा चुनाव में 390 से 440 सीटों पर हारता दिख रहा है. हालांकि, ये सर्वे पिछले साल 2022 में अगस्त के महीने में सामने आए थे लेकिन इतने बड़े हेरफेर को देखते हुए इस पर भी गौर करना जरूरी है. अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ का ओपिनियन पोल यूपीए की हालत बयां करते दिख रहा है.


क्या है ओपिनियन पोल में?


अगस्त 2022 के इस ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 292 से 312 सीटें मिलती दिख रही हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को 27 से 31 सीटें, वाईएसआरपी को 17 से 23 सीटें, आम आदमी पार्टी को 8 से 12 सीटें, टीआरएस को 6 से 10 और अन्य को 40 से 52 सीटें मिलती हुई दिख रही हैं.


अगर, इन्हीं सीटों को जोड़कर देखें तो यूपीए कम से कम 390 सीटों पर और अगर ज्यादा से ज्यादा में जोड़कर देखें तो 440 सीटों पर हारता दिख रहा है. मसलन, कम से कम वाली सीटों को जोड़कर देखते हैं तो बीजेपी की 292, टीएमसी की 27, वाईएसआरपी की 17, आप की 8, टीआरएस की 6 और अन्य की 40 सीटों को जोड़ने पर ये आंकड़ा 390 पर पहुंचता है. वहीं, ज्यादा से ज्यादा सीटों को जोड़ें तो बीजेपी 312, टीएमसी 31, वाईएसआरपी 23, आप 12, टीआरएस 10 और अन्य की 52 सीटें तो ये आंकड़ा 440 पर पहुंचता है.


इस सर्वे में यूपीए के खाते में क्या?


543 सीटों को लेकर किए गए इस ओपिनियन पोल की रूपरेखा बताती है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए को 118 से 138 सीटें मिल सकती हैं. हालांकि ये ओपनियन पोल साल 2022 का है, जबकि साल 2023 आते-आते कुछ समीकरण बदले भी हैं. वहीं, जनवरी 2023 में इंडिया टुडे- सी-वोटर के सर्वे में यूपीए को 153 सीटें मिलती दिख रही हैं. सर्वे के पिछले 6 महीने के आंकड़ों को अगर देखें तो बहुत ज्यादा परिवर्तन नहीं नजर आ रहा. 


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